जानिए मोरपंख के नियमों के बारे में...
मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है। लेकिन मोर का हिंदू धर्म में भी काफी महत्व है। मोर भगवान कृष्ण के खास माने जाते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है। लेकिन मोर का हिंदू धर्म में भी काफी महत्व है। मोर भगवान कृष्ण के खास माने जाते हैं। कृष्णजी हमेशा की मूर्ति बिना मोरपंख के अधूरी मानी जाती है। हालांकि भगवान कृष्ण के साथ-साथ भगवान गणेश, कार्तिकेय और इंद्रदेव को भी मोरपंख से काफी लगाव है। मोर बेहद खूबसूरत पक्षी है। चमकदार, लंबी, गहरे नीले रंग की गर्दन मोर को बाकि सभी पक्षियों से अलग और आकर्षक बनाता है।
आपने अक्सर लोगों के घरों में मोरपंख रखे देखे होंगे। लोग अपने घर को सजाने के लिए भी मोर के पंख का इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोग मोरपंख का इस्तेमाल घर से छिपकली को भगाने के लिए भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं मोरपंख रखने से पहले वास्तु के अनुसार कई नियमों का पालन करना पड़ता है। चलिए जानते हैं मोरपंख के नियमों के बारे में।
मोरपंख रखने की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा में मोरपंख रखने से आर्थिक तंगी दूर होती है। इस दिशा में मोरपंख रखने से कभी धन की कमी नहीं होती।
मोरपंख को घर की पूर्व या फिर उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर रखना शुभ होगा।
उत्तर-पश्चिम दिशा में मोरपंख रखने से कुंडली से राहु दोष कम होता है।
बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के लिए मोरपंख को बच्चों के स्टडी टेबल के पास रखें।
लिविंग रूम की पूर्व में स्थित दीवार पर सात मोरपंखों का गुच्छा रखने से घर के कलेश से छुटकारा मिल जाएगा।
शादीशुदा ज़िंदगी में खुशी बरकरार रखने के लिए बेडरूम में 2 मोरपंख रख दें।
मोरपंख से दूर करें वास्तु दोष
मोरपंख का इस्तेमाल घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए भी किया जाता है। 8 छोटे-छोटे मोरपंख को एक साथ नीचे की तरफ से बांध लें। ऊँ नम: शिवाय का जाप करते सभी मोरपंख को उत्तर या फिर पूर्व दिशा में लगा दें। इन मोरपंख को इस तरह लगाएं कि लोगों की नज़र इसपर पड़ती रहे।