जानिए मंगला गौरी व्रत से जुड़े आसान उपायों के बारे में....

Update: 2022-08-05 04:51 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।    इस साल सावन माह का अंतिम मंगला गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat) 09 अगस्त को है. सावन के प्रत्येक मंगलवार को यह व्रत रखा जाता है. इस दिन सुहागन महिलाएं व्रत रखती हैं और अखंड सौभाग्य की कामना से माता पार्वती की पूजा करती हैं. मां पार्वती के आशीर्वाद से व्रत रखने वाली महिलाओं को सुखी दांपत्य जीवन और खुशहाल संतान के सा​थ पति को दीर्घायु प्राप्त होती है. यदि आपने अभी तक इस व्रत से पुण्य लाभ अर्जित नहीं किया है तो सावन के अंतिम मंगला गौरी व्रत को विधिपूर्वक रखकर लाभ ले सकती हैं. इस दिन कुछ आसान उपायों को करने से माता मंगला गौरी प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद प्रदान करती हैं. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं मंगला गौरी व्रत से जुड़े आसान उपायों के बारे में.

अंतिम मंगला गौरी व्रत 2022
09 अगस्त को अंतिम मंगला गौरी व्रत के दिन अमृत काल सुबह 06 बजकर 31 मिनट से सुबह 07 बजकर 58 मिनट तक है. इस दिन का शुभ समय या अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक है. ये दोनों ही समय पूजा पाठ की दृष्टि से ठीक माने जाते हैं.
मंगला गौरी व्रत से जुड़े उपाय
1. जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में समस्याएं चल रही हैं या पति और पत्नी के बीच तालमेल की कमी रहती है, उनको मंगला गौरी व्रत करना चाहिए. इस दिन पति और पत्नी को साथ में पूजा करनी चाहिए.
2. अखंड सौभाग्य और खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए मंगला गौरी व्रत के दिन माता मंगला गौरी को लाल चुनरी और 16 श्रृंगार का सामान अर्पित करें. मां मंगला गौरी के आशीर्वाद से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी.
3. यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो मंगला गौरी व्रत के दिन अपने भाइयों को मिठाइ खिलाएं. ऐसा करने से ग्रह दोष दूर होता है और मंगल शुभ फल प्रदान करता है.
4. सावन माह में मंगला गौरी व्रत के दिन ओम गौरीशंकराय नम: मंत्र का जाप करने से मां मंगला गौरी प्रसन्न होती हैं. वे आपके मनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं.
5. यदि आप मंगल ग्र​ह के दोष से परेशान हैं, तो मंगला गौरी व्रत वाले दिन एक लाल कपड़ा लें. उसमें सौंफ बांध लें. फिर उसे अपने बेडरूम में रखें. इस उपाय से मंगल दोष शांत होता है.
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