जानें माघ महीने में कई प्रमुख व्रत त्यौहार और व्रत तिथि के बारे में
पूर्णिमा तिथि के बाद नए महीने की शुरुआत होती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदी पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि के बाद नए महीने की शुरुआत होती है। इस तरह पौष महीने की पूर्णिमा के बाद माघ माह की शुरुआत होगी। इस प्रकार माघ महीने की शुरुआत 18 जनवरी से हो रही है। वहीं, पौष महीने का समापन 17 पूर्णिमा को होगी। वहीं, 18 जनवरी से माघ महीने की शुरुआत होगी। माघ महीने में कई प्रमुख व्रत त्यौहार मनाए जाते हैं। आइए, माघ महीने में सभी व्रत तिथि के बारे में से जानते है-
माघ माह के व्रत और त्योहार इस प्रकार हैं-
-18 जनवरी को माघ माह शुरू हो रहा है।
-21 जनरवरी को लंबोदर संकष्टी चतुर्थी है।
-23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस जयंती है।
-25 जनवरी को कालाष्टमी है।
-26 जनवरी को गणतंत्र दिवस है।
-28 जनवरी को षटतिला एकादशी है।
-30 जनवरी को गांधी जी पुण्यतिथि है।
-30 जनवरी को मेरु त्रयोदशी और प्रदोष व्रत है।
-30 जनवरी को मासिक शिवरात्रि है। ज्योतिषों की मानें तो अविवाहित लड़कियों और लड़कों को मासिक शिवरात्रि का व्रत जरूर करना चाहिए। इस व्रत के पुण्य प्रताप से व्रती की शीघ्र शादी हो जाती है। साथ ही विवाहित महिलाओं को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन ही शिवजी और माता पार्वती का मिलन हुआ था।
-31 जनवरी को अमावस्या है।
-1 फरवरी को मौनी अमावस्या है।
-2 फरवरी को माघ अमावस्या है।
-2 फरवरी से गुप्त नवरात्रि प्रारंभ है।
-4 फरवरी को विनायक चतुर्थी है।
-5 फरवरी को वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा है।
-6 फरवरी को स्कंन्द षष्ठी है।
-7 फरवरी को रथ सप्तमी और नर्मदा जयंती है।
-7 फरवरी को भीष्म अष्टमी है।
-8 फरवरी को मासिक दुर्गाष्टमी और मासिक कार्तिगाई है।
-10 फरवरी को रोहिणी व्रत है।
-12 फरवरी को जया एकादशी है। धार्मिक पंडितों की मानें तो एकादशी की रात्रि जागरण करने से साधक पर भगवान की विशेष कृपा बरसती है। इस दिन चावल ग्रहण करना चाहिए। व्रती अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार, निर्जला या फलाहार व्रत कर सकते हैं।
-13 फरवरी को कुंभ संक्राति और भीष्म द्वादशी है।
- 14 फरवरी को प्रदोष व्रत है।
-16 फरवरी को गुरु रविदास और ललिता जयंती है।
-16 फरवरी को माघ पूर्णिमा है।