गणपति की मूर्ति घर की इस दिशा में रखने से जाग उठेगी सोई हुई किस्मत, भरभराकर बरसेगा पैसा
वास्तु शास्त्र में कुछ चीजों को बेहद शुभ माना गया है. घर में इनका होना कई वास्तु दोषों को दूर कर देता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वास्तु शास्त्र में कुछ चीजों को बेहद शुभ माना गया है. घर में इनका होना कई वास्तु दोषों को दूर कर देता है. इन शुभ प्रतीकों में गणपति की मूर्ति को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है. यदि भगवान गणेश की कृपा हो जाए तो जीवन में कोई दुख-दर्द नहीं रहता है. जीवन में अपार सुख और समृद्धि आती है. लिहाजा अपने घर में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें लेकिन इसके लिए जरूरी है कि इस दौरान वास्तु शास्त्र के सारे नियमों का पालन किया जाए.
घर में कहां स्थापित करें गणपति जी की मूर्ति
घर में गणपति की मूर्ति स्थापित करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मूर्ति सही दिशा में रखी जाए. गणपति की मूर्ति रखने के लिए सबसे अच्छी दिशा घर का उत्तर पूर्व का कोना है. यदि यहां पर गणपति की मूर्ति रखना संभव न हो तो उत्तर या पूर्व दिशा को चुनें. लेकिन गलती से भी दक्षिण दिशा में भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित न करें. यह दिशा देवी-देवताओं की पूजा के लिए अशुभ मानी गई है. साथ ही ध्यान रखें कि जहां मूर्ति स्थापित करें, वहां आसपास गंदगी न रहे, ना ही कूड़ा-कचरा या टॉयलेट हो.
धातु या गोबर की हो मूर्ति
मूर्ति स्थापित करते समय यह भी ध्यान रखें कि मूर्ति मिट्टी, गोबर या धातु की हो. कभी प्लास्टर ऑफ पेरिस या कांच की मूर्ति न रखें. देवी-देवताओं की मूर्तियां हमेशा शुद्ध धातु या मिट्टी-गोबर की होनी चाहिए. तभी वे घर में सुख-समृद्धि लाती हैं.
ऐसी मूर्ति दूर करेगी सारे वास्तु दोष
यदि घर में झगड़े होते हों, आर्थिक हानि हो रही हो, जीवन कष्टों से घिर गया हो तो इसके पीछे घर के वास्तु दोष बड़ा कारण हो सकते हैं. ऐसे में घर के मुख्य दरवाजे पर चौखट के ऊपर या एंट्री गेट के सामने गणपति की दो मूर्ति या तस्वीर इस तरह लगाएं, जिनमें दोनों की पीठ एक-दूसरे से जुड़ी हो. इससे एक मूर्ति या तस्वीर में गणपति का मुंह घर के अंदर की ओर और दूसरा बाहर की ओर हो. ध्यान रखें कि मूर्ति या फोटो एक बराबर आकार की हों. ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा और वास्तु दोष खत्म हो जाते हैं.