धर्म अध्यात्म: ज्योतिष शास्त्र में चांदी को शुभ धातु माना जाता है। चांदी के गहने या आभूषण धारण करने से मन शांत रहता है। साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। चांदी को चंद्र और शुक्र की धातु माना जाता है। इस धातु के गहने या आभूषण धारण करने से कुंडली में चंद्र और शुक्र मजबूत होता है। चंद्रमा, मन का कारक होता है। कुंडली में चंद्रमा मजबूत रहने से मन हमेशा प्रसन्नचित रहता है। साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अत: ज्योतिष कुंडली में चंद्रमा और शुक्र को मजबूत करने के लिए चांद के गहने पहनने की सलाह देते हैं। हालांकि, चांदी के गहने पहनते समय कई बातों का ध्यान रखना आनिवार्य है। अनदेखी करने से शारीरिक और मानसिक सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ता है। साथ ही शुभ कार्यों में बाधा आती है। आइए, चांदी के गहने पहनने के नियम जानते हैं-
इन बातों का रखें ध्यान
- अगर आप चांदी के गहने पहनने की सोच रहे हैं, तो शुभ दिन का चयन अनिवार्य है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो चांदी के गहने धारण करने के लिए सोमवार और शुक्रवार का दिन बेहद शुभ होता है। इसके लिए सोमवार और शुक्रवार के दिन ही चांदी के गहने धारण करें।
- ज्योतिषियों की मानें तो वृषभ, कर्क, वृश्चिक, तुला और मीन राशि के जातकों के लिए चांदी का छल्ला शुभ होता है। आसान शब्दों में कहें तो इस राशि के लोग चांदी के गहने धारण कर सकते हैं।
- अगर आप राहु दोष से पीड़ित हैं, तो सोमवार और शुक्रवार के दिन चांदी के छल्ले धारण करें। इससे राहु दोष दूर होता है। हालांकि, धारण करने से पहले अपने निकटतम ज्योतिष से अवश्य सलाह लें।
- चांदी के गहने पहनने के समय एक चीज का अवश्य ध्यान रखें कि इसमें कहीं से कोई जोड़ न रहें। अगर चांदी के छल्ले में कोई जोड़ है, तो धारण न करें।
- चांदी के छल्ले को हमेशा हाथ के अंगूठे में ही पहनें। वहीं, महिलाएं बाएं हाथ में चांदी के छल्ले धारण करें।