हिंदू धर्म में वैसे तो हर महीने को बेहद खास माना गया हैं लेकिन शिव शंकर को समर्पित सावन का महीना विशेष माना जाता हैं जो कि भक्ति और प्रेम का प्रतीक माना गया हैं इस पूरे महीने भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने व उनका आशीर्वाद पाने के लिए व्रत पूजा करते हैं माना जाता है कि जिस पर शिव की कृपा होती हैं उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और कष्टों में भी कमी देखने को मिलती हैं।
ऐसे में अगर सावन के महीने में कुछ वास्तु नियमों का ध्यान रखा जाए तो भगवान शिव प्रसन्न् हो जाते हैं और जीवन में आ रही कई प्रकार की परेशानियों को दूर कर देते हैं तो आज हम आपको उन्हीं वास्तु नियमों के बारे में बता रहे हैं।
सावन भर करें इन नियमों का पालन—
श्रावण मास के पवित्र महीने में कुछ बातों का अगर ध्यान रखा जाए तो भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती हैं। वास्तु अनुसार जिस दिशा में शिव का वास होता हैं उसी दिशा में भोलेनाथ की प्रतिमा को स्थापित करना चाहिए। भगवान शिव कैलाश पर्वत पर वास करते हैं और कैलाश उत्तर दिशा मैं ऐसे में इसी दिशा में शिव प्रतिमा को स्थापित करना लाभकारी माना जाता हैं वही इसके अलावा सावन के महीने में साफ सफाई का ध्यान रखना भी जरूरी होता हैं।
अगर ऐसा करते हैं तो जीवन में सुख समृद्धि आती हैं। वास्तु नियमों के अनुसार घर के पूजन स्थल पर शिव प्रतिमा को स्थापित करते वक्त इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आप उनके समस्त परिवार का चित्र लगाएं। जिसमें भगवान शिव, माता पार्वती, श्री गणेश और भगवान कार्तिकेय हों। ऐसा चित्र घर में लगाने से परिवार में प्रेम और एकता बनी रहती हैं साथ ही विशेष फल भी मिलता हैं। लेकिन भूलकर भी क्रोध मुद्रा वाली शिव प्रतिमा को घर में स्थापित ना करें वरना आपको नकारात्मक प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं।