गरुड़ पुराण के अनुसार इन लोगों से बनाएं दूरी
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि एक व्यक्ति को ऐसे लोगों के साथ संगत नहीं रखनी चाहिए,
गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बाते बताई गई हैं, जिनका पालन करने से व्यक्ति सदैव सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ता चला जाता है। गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु और उनके प्रिय वाहन गरुड़ देव के बीच हुए वार्तालाप के कुछ महत्वपूर्ण अंश को सम्मिलित किया गया है। मान्यता है कि जो व्यक्ति मृत्यु से पहले या अपने जीवन काल में गरुड़ पुराण का श्रवण कर लेता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह जीवन मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है। बच्चों से लेकर वृद्ध तक गरुड़ पुराण में बताई गई बातों का पालन कर जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। गरुड़ पुराण के इस भाग में आइए जानते हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन में किस तरह की संगत में नहीं रहना चाहिए।
गरुड़ पुराण के अनुसार इन लोगों से बनाएं दूरी
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि एक व्यक्ति को ऐसे लोगों के साथ संगत नहीं रखनी चाहिए, जो स्वयं किस्मत के भरोसे रहते हैं और मेहनत नहीं करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन लोगों की संगत में रहने से व्यक्ति के जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है। जिसके कारण ना तो वह लोग सफल हो पाते हैं और ना ही उनके साथ रहने वाले कभी भी सफल होते हैं।
गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि जिस व्यक्ति के अंदर धन और संपत्ति का दिखावा अधिक होता है और अहंकार की भावना होती है, उनसे सभ्य व्यक्ति को दूरी बनाकर रखनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अहंकार में चूर व्यक्ति दूसरों को अपमानित करने में एक क्षण भी खराब नहीं करता है। साथ ही इनका प्रभाव इनके साथ रहने वाले व्यक्ति पर भी पड़ता है, जिसके कारण सफलता दूर भागने लगती है।
गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु ने बताया है कि जो व्यक्ति हर समय नकारात्मक सोच रखते हैं। वह हमेशा असफल होते हैं। इसलिए ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाकर रखना ही समझदारी का काम होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे लोग जीवन में किसी कार्य को लेकर केवल नकारात्मक टिप्पणी ही करते हैं। जिसका प्रभाव कार्य कर रहे व्यक्ति की सोच पर भी पड़ता है, जिसके कारण सफल बनने में बाधा उत्पन्न होती है।