शुरू होने वाला है कार्तिक मास, जानें कब मनेंगे करवा चौथ और धनतेरस
कार्तिक माह भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है. इस साल 10 अक्टूबर से कार्तिक महीना शुरू हो रहा है. इस महीने में साल के कई प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ते हैं. कार्तिक मास चातुर्मास का आखिरी महीना होता है. भगवान विष्णु भी 4 महीने की निद्रा के बाद इसी महीने की एकादशी को जागते हैं. कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी के बाद से ही सारे शुभ कार्य शुरू होते हैं. आइए जानते हैं
कार्तिक माह भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है. इस साल 10 अक्टूबर से कार्तिक महीना शुरू हो रहा है. इस महीने में साल के कई प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ते हैं. कार्तिक मास चातुर्मास का आखिरी महीना होता है. भगवान विष्णु भी 4 महीने की निद्रा के बाद इसी महीने की एकादशी को जागते हैं. कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी के बाद से ही सारे शुभ कार्य शुरू होते हैं. आइए जानते हैं कार्तिक मास में पड़ने वाले सभी व्रत-त्योहारों की लिस्ट और उनकी तारीख.
कार्तिक मास 2022 के व्रत-त्योहारों की लिस्ट और तारीख
13 अक्टूबर, गुरुवार- करवा चौथ , संकष्टी गणेश चतुर्थी
14 अक्टूबर, शुक्रवार- रोहिणी व्रत
17 अक्टूबर, सोमवार- तुला संक्रांति, कालाष्टमी, अहोई अष्टमी
21 अक्टूबर, शुक्रवार- गोवत्स द्वादशी , वैष्णव रामा एकादशी , रामा एकादशी
23 अक्टूबर, रविवार- काली चौदस , प्रदोष व्रत , धनतेरस , मास शिवरात्रि
24 अक्टूबर, सोमवार- नरक चतुर्दशी , दिवाली
25 अक्टूबर, मंगलवार- अमावस्या , भौमवती अमावस्या , गोवर्धन पूजा
26 अक्टूबर, मंगलवार- चंद्र दर्शन , अन्नकूट , भाई दूज
28 अक्टूबर, गुरुवार- वरद चतुर्थी
29 अक्टूबर, शनिवार- लाभ पंचमी
30 अक्टूबर, रविवार- षष्ठी , छठ पूजा
31 अक्टूबर, सोमवार- सोमवार व्रत
01 नवंबर, मंगलवार- गोपाष्टमी , दुर्गाष्टमी व्रत
02 नवंबर,बुधवार- अक्षय नवमी
03 नवंबर, गुरुवार- कंस वध
04 नवंबर, शुक्रवार- प्रबोधिनी एकादशी
05 नवंबर, शनिवार- तुलसी विवाह , प्रदोष व्रत
06 नवंबर, रविवार- विश्वेश्वर व्रत
07 नवंबर, सोमवार- मणिकर्णिका स्नान , देव दिवाली
08 नवंबर, मंगलवार- कार्तिक स्नान समाप्त , सत्य व्रत , सत्य व्रत , पूर्णिमा , कार्तिक पूर्णिमा , पूर्णिमा व्रत
कार्तिक मास में जरूर करें तुलसी पूजा
कार्तिक मास में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा पाने का सबसे अच्छा तरीका है कि रोजाना तुलसी के पौधे की पूजा करें. रोज सुबह तुलसी की पूजा करने के बाद शाम के समय तुलसी कोट में दीपक जलाएं. इससे खूब सुख-समृद्धि मिलती है.