Kalki Jayanti ज्योतिष न्यूज़: सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन कल्की जयंती को बेहद ही खास माना जाता है जो कि सावन माह में पड़ती है इस दिन भगवान कल्की की पूजा का विधान होता है। पंचांग के अनुसार हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर कल्की जयंती मनाई जाती है
इस साल यह पर्व आज यानी 10 अगस्त दिन शनिवार को मनाया जा रहा है। इस पावन दिन को लेकर लोगों में बहुत सारी मान्यताएं। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा कल्की जयंती की पूजा का मुहूर्त और इससे जुड़ी अन्य जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
कल्की जयंती की पूजा का शुभ समय—
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि का आरंभ 10 अगस्त को देर रात 3 बजकर 14 मिनट पर होगा। वही इसका समापन अगले दिन यानी की 11 अगस्त की सुबह 5 बजकर 44 मिनट पर हो जाएगा। वही उदया तिथि के अनुसार इस साल कल्की जयंती का पर्व 10 अगस्त दिन शनिवार यानी की आज मनाया जा रहा है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कल्की जयंती के शुभ दिन पर सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद व्रत पूजा का संकल्प करें अब पूजा स्थल पर भगवान की प्रतिमा रखकर विधिवत पूजा करें साथ ही भगवान विष्णु के वैदिक मंत्र और विष्णु सहस्रनाम का पाठ जरूर करें। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, धन और वस्त्र का दान करना चाहिए।