काल सर्प दोष है कुंडली में तो Nag Panchami में कीजिए ये उपाय
पितृदोष और मांगलिक दोष की तरह कुंडली में काल सर्प दोष को भी अशुभ माना जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| पितृदोष और मांगलिक दोष की तरह कुंडली में काल सर्प दोष को भी अशुभ माना जाता है. जब राहु केतु के बीच सारे ग्रह समा जाते हैं, तब काल सर्प योग या काल सर्प दोष का निर्माण होता है. माना जाता है कि पूर्व जन्म में किसी अपराध या शाप की वजह से कुंडली में काल सर्प दोष बनता है. काल सर्प दोष होने पर व्यक्ति के हर काम में बाधा आती है. वो चाहे कितनी मेहनत कर ले, लेकिन उसे मेहनत के हिसाब से परिणाम नहीं मिल पाते. उसे जीवन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
यदि आपकी कुंडली में भी काल सर्प दोष है, जिसके कारण आपके बने बनाए काम बिगड़ जाते हैं, तो इसके निवारण के लिए सावन की नाग पंचमी का दिन बहुत शुभ है. सनातन धर्म में नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा का चलन है. इस बार नाग पंचमी 13 अगस्त को है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरबिंद मिश्र से जानिए नाग पंचमी के दिन काल सर्प योग के प्रभाव को समाप्त करने वाले ज्योतिषीय उपायों के बारे में.
1. नाग पंचमी के दिन किसी सपेरे से नाग और नागिन का एक जोड़ा खरीद लें. उसके साथ एक जंगल में जाएं और वहां इस जोड़े को मुक्त करा दें. काल सर्प दोष के प्रभाव को समाप्त करने के लिए ये उपाय बहुत कारगर माना जाता है.
2. नाग पंचमी के दिन नाग देवता के दर्शन करके उनका पूजन करें. उन्हें दूध से स्नान करवाएं. इसके बाद श्रद्धानुसार दक्षिणा समर्पित करें और अपनी भूलचूक की क्षमा मांगे. इसके बाद राहु-केतु का जाप और अनुष्ठान करवाएं, फिर गोमेद या फिर चांदी से बनी नाग की आकृति वाली अंगूठी पहनें. इससे भी काल सर्प दोष का निवारण होता है.
3. नाग पंचमी के दिन काल सर्प दोष शांति पूजा करवाएं. इसके बाद चांदी से बना नाग नागिन का जोड़ा बहते जल में प्रवाहित कर दें. इससे भी काल सर्प दोष दूर होता है.
4. किसी ऐसे शिवलिंग पर जहां पहले से नाग नहीं लगा हुआ हो, वहां पंच धातु का नाग लगवाएं. शिवलिंग का दूध, जल या पंचामृत से अभिषेक करें और नाग देवता को प्रणाम करें व उनसे प्रार्थना करें. इससे भी काल सर्प दोष के प्रभाव दूर होते हैं.
5. अगर किसी की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो नाग पंचमी के दिन घर पर मोर पंख लाकर रखें और रोजाना श्रीहरि की उपासना करें. श्रीहरि की आराधना से भी काल सर्प दोष दूर होता है.
6. नाग पंचमी के दिन सर्प के पूजन के बाद घर पर या मंदिर में बैठकर नाग गायत्री मंत्र – ओम नागकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमहि तन्नो सर्पः प्रचोदयात् का कम से कम 108 बार जाप करें. इसके बाद उनसे अपनी भूल की क्षमा याचना करें. इससे भी काल सर्प दोष का असर काफी कम हो जाता है.