ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में वैसे तो सभी महीनो को उत्तम बताया गया है लेकिन ज्येष्ठ का महीना अति विशेष माना गया है जो कि हिंदू वर्ष का तीसरा महीना होता है। इस साल ज्येष्ठ माह 24 मई से आरंभ हो जाएगा और इसका समापन 23 जून को होगा। यह महीना भगवान विष्णु को प्रिय है इस महीने में स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
ज्येष्ठ माह में गंगा स्नान करना भी अच्छा होता है इस महीने व्रत करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है साथ ही सौभाग्य में भी वृद्धि होती है। ज्योतिष अनुसार ज्येष्ठ महीने को लेकर कई सारे नियम बनाएं गए है जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि ज्येष्ठ माह में क्या करें और क्या ना करें तो आइए जानते हैं।
ज्येष्ठ माह में क्या करें क्या ना करें—
आपको बता दें कि ज्येष्ठ महीने में गंगा स्नान करना अच्छा होता है ऐसे में इस महीने गंगा स्नान जरूर करें। इसके अलावा इस महीने भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और शिव की पूजा करना लाभकारी होता है। ज्येष्ठ माह में अधिक से अधिक दान पुण्य करना चाहिए ऐसा करने से लाभ मिलता है इस महीने आप अन्न, वस्त्र, धन और जल का दान कर सकते हैं ज्येष्ठ माह में मंत्र जाप करना अच्छा होता है इससे मन शांत रहता है इसके अलावा इस महीने में तिल का दान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।
ज्येष्ठ माह में दिन में सोना अशुभ माना जाता है इससे सेहत संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है इस महीने शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए। इसके अलावा इस महीने में पुत्र और पुत्री का विवाह भी नहीं करना चाहिए। ज्येष्ठ मास में मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस महीने घर आए व्यक्ति को बिना जल और भोजन कराएं भेजना नहीं चाहिए।