January Ekadashi 2025: साल की पहली एकादशी पर न करें ये गलतियां

Update: 2025-01-05 05:16 GMT
January Ekadashi 2025: एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एकादशी का व्रत करने वाले जातक पर श्री नारायण की विशेष कृपा रहती है। साथ ही व्रत करने वाले जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। अब हम बात करेंगे जनवरी महीने में आने वाली पुत्रदा एकादशी के बारे में। पुत्रदा एकादशी का व्रत पौष माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस साल पुत्रदा
एकादशी
का व्रत 10 जनवरी 2025 को रखा जाएगा।
पुत्रदा एकादशी के दिन न करें ये गलतियां
पुत्रदा एकादशी के दिन तामसिक चीजों से दूरी बनाकर रखें।
पुत्रदा एकादशी के दिन किसी के लिए अपने मन में बुरे विचार लेकर न आएं।
किसी भी एकादशी के दिन तुलसी में जल नहीं देना चाहिए। इस दिन माता तुलसी एकादशी का व्रत रखती हैं।
पुत्रदा एकादशी के दिन किसी का भी अपमान न करें और न ही किसी से वाद-विवाद करें।
पुत्रदा एकादशी के दिन किसी पशु-पक्षी को परेशान न करें उन्हें आघात न पहुंचाएं।
एकादशी के दिन चावल या चावल सी बनी चीजों का सेवन भूलकर भी न करें।
पुत्रदा एकादशी के दिन बाल और नाखून बिल्कुल भी न काटना चाहिए।
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त
पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ- 9 जनवरी 2025 को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर
पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का समापन- 10 जनवरी को सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर
पुत्रदा एकादशी व्रत तिथि- 10 जनवरी 2025
पुत्रदा एकादशी व्रत पारण का समय- 11 जनवरी 2025 को सुबह 7 बजकर 15 मिनट से सुबह 8 बजकर 21 मिनट तक
पुत्रदा एकादशी व्रत का महत्व
पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से निःसंतान दंपतियों को संतान सुख की प्राप्ति होती है। वहीं जिनके पहले से संतान है और वे अगर इस व्रत को करते हैं तो उनके संतान की उम्र लंबी होती है। इतना ही संतान पर मंडरा रहा हर खतरा दूर हो जाता है। इसके अलावा पुत्रदा एकादशी का व्रत कर लक्ष्मी नारायण की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
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