अधिकतर लोग अपने घर में दीवार घड़ी लगाना पसंद करते हैं क्योंकि दीवार घड़ी केवल समय देखने के काम नहीं आती हैं बल्कि यह घर की सुंदरता में भी चार चांद लगा देती हैं। वास्तुशास्त्र में घड़ी को लेकर कई सारे नियम और तरीके बताए गए हैं जिनका अगर पालन किया जाए तो लाभ मिलता हैं।
साथ ही घर में सकारात्मक माहौल भी बना रहता हैं लेकिन अगर दीवार घड़ी से जुड़े नियमों की अनदेखी की जाए तो बुरा वक्त भी शुरू हो जाता हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा दीवार घड़ी से जुड़े वास्तु नियम बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
दीवार घड़ी से जुड़े वास्तु नियम—
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में कभी भी बंद घड़ी नहीं लगानी चाहिए इससे नकारात्मकता पैदा होती हैं जो परिवार की तरक्की में बाधा उत्पन्न करती हैं इसके साथ ही बंद घड़ी घर में लगाने से कलह क्लेश की स्थिति भी बनी रहती हैं साथ ही कार्यों में भी अड़चने आती हैं। ऐसे में बंद घड़ी लगाने से बचना चाहिए। खासतौर पर अगर आप घर में घड़ी लगाने का विचार बना रहे हैं तो यहां के लिए हरे या नारंगी रंग की घड़ी लगाना शुभ रहेगा। इससे घर में चारों ओर सकारात्मकता का संचार होता हैं जो परेशानियों को दूर कर देता हैं।
लेकिन भूलकर भी घर में कभी भी नीले रंग की घड़ी नहीं लगानी चाहिए क्योंकि नीला रंग शनिदेव से संबंधित माना जाता हैं और शनि क्रोधी स्वभाव के हैं ऐसे में उनकी कुदृष्टि से बचने के लिए आप घर की दीवार पर कभी भी नीले रंग की घड़ी न लगाएं तो अच्छा रहेगा। वास्तु अनुसार दीवार घड़ी को कभी भी दरवाजे के उपर नहीं लगाना चाहिए बल्कि घर की पूर्व दिशा इसके लिए शुभ मानी जाती हैं यहां पर घड़ी लगाने से नए अवसर प्राप्त होते हैं और सफलता भी मिलती हैं।