सनातन हिंदू धर्म में शनिवार के दिन का बड़ा महत्व माना जाता है। ये दिन कर्मफलदाता शनि देव को समर्पित होता है। माना जाता है की शनिदेव अगर रुष्ट हो जाएं तो राजा भी रंक बन जाता है। लेकिन जिस जातक की कुंडली में शनि ग्रह सही घर में बैठे होते हैं उनके वारे न्यारे हो जाते हैं। ऐसे में शनि देव प्रसन्न रहे तो भक्तजनों पर कृपा बनी रहती है।
माना जाता है की शनिवार के दिन सच्ची श्रद्धा एयर भक्ति से यदि शनिदेव की पूजा की जाए तो इससे वो प्रसन्न होते हैं और भक्त पर अपनी छत्रछाया बनाए रखते हैं। यदि कर्मफलदाता प्रसन्न हो जाएं तो आपके बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं। ऐसी में आज हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं महाराज शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ खास उपाय। जानें विस्तार से।
शनिवार के खास उपाय
पीपल के पेड़ पर चढ़ाएं जल
अगर आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और ‘ऊं शं शनैश्चराय नम:’ मंत्र का जाप करें । इसके बाद बाद पीपल के पेड़ की सात बार पारकर्मा करें उस दौरान सात बार शनि मन्त्र का जाप करते रहें।
नीबू और लौंग के उपाय
कई लोग ऐसे होते हैं जो कड़ी मेहनत तो करते हैं लेकिन उचित फल की प्राप्ति नहीं होती। ऐसे में उनका मन खिन्न हो जाता है। जिन लोगों के साथ ऐसा हो रहा है उनके लिए शनिवार का ये उपाय बहुत काम का है। इसके लिए आप किसी हनुमान मंदिर जाएं और अपने साथ एक नींबू और 4 लौंग ले जाएं। इसके बाद मंदिर में पहुंचकर नींबू के ऊपर चारों लौंग लगा दें। फिर हनुमान जी के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।और हनुमान जी से सफलता दिलवाने की प्रार्थना करें। ये उपाय आपके रुके हुए काम की बाधा दूर करने में काफी कारगर साबित होता है।
शनिवार के दिन घोड़े की नाल मिलना होता है लाभदायक
बता दें कि, शनिवार के दिन यदि घोड़े की नाल मिल जाए तो बेहद शुभ माना जा है। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यदि शनिवार के दिन घोड़े की नाल मिल जाए तो उसे सीधा घर के अंदर न लाएं। बल्कि रातभर के लिए बाहर ही रहने दें। फिर अगले दिन सुनार के यहां ले जाएं और उसमें तांबा मिलाकर अंगूठी बनवा लें। अंगूठी में ‘शिवमस्तु’ अक्षर जरूर खुदवा लें। इसके बाद अगले शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद उस अंगूठी की पूजा कर, उसे धूप दीप दिखाएं और उसे अनामिका में पहनें।
माना जाता है की शनिवार के दिन घोड़े की नाल का ये उपाय बहुत काम का है। इससे जातक पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है और बिगड़े हुए काम बन जाते हैं।