सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है इंदौर की रंग पंचमी जानिए महत्व
होली (Holi) पर रंगों और गुलाल खेलने का सिलसिला चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से आरंभ होकर कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि तक चलता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | होली (Holi) पर रंगों और गुलाल खेलने का सिलसिला चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से आरंभ होकर कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि तक चलता है. पंचमी तिथि को इस पर्व का समापन होता है. इस दिन को रंग पंचमी (Rang Panchami) के नाम से जाना जाता है. रंग पंचमी का पर्व देश के कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग राधा-कृष्ण को अबीर गुलाल अर्पित करते हैं. कुछ जगहों पर इस दिन जुलूस निकालने की भी परंपरा है. रंग पंचमी को देवताओं की होली भी कहा जाता है, इसलिए लोग इस दिन आसमान की ओर गुलाल फेंकते हैं. मान्यता है कि इस गुलाल से देवी देवता प्रसन्न होते हैं और जब वो गुलाल वापस नीचे आकर गिरता है, तो उससे पूरा वातावरण शुद्ध हो जाता है. हर तरफ सात्विकता फैल जाती है और सकारात्मकता का संचार होता है. इस बार रंग पंचमी का पर्व (Rang Panchami Festival) आज 22 मार्च को मंगलवार के दिन मनाया जा रहा है. इस मौके पर जानते हैं कि देश के किस हिस्से में इसे कैसे सेलिब्रेट किया जाता है.