पीतल का शेर किस दिशा में रखना उचित है जानिए इसके फायदे
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में जितनी भी चीजें उपस्थित होती हैं उनका लोगों की जीवन पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में जितनी भी चीजें उपस्थित होती हैं उनका लोगों की जीवन पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है. आज हम बात कर रहे हैं पीतल के शेर की. अक्सर आपने लोगों के घर में पीतल का शेर रखा हुआ देखा होगा. बता दें कि पीतल के शेर का शुभ अवसर आपके जीवन पर पड़ सकता है, यदि वह सही दिशा और सही तरीके से रखा जाए. अब सवाल यह है कि पीतल का शेर किस दिशा में रखना चाहिए और किस तरीके से रखना चाहिए. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि पीतल का शेर किस दिशा में रखना उचित है. इसके क्या फायदे हो सकते हैं.
पीतल के शेर के फायदे
वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि घर में पीतल का शेर रखा जाए तो ऐसा करना बेहद ही शुभ माना जाता है. बता दें कि पीतल का शेर घर में रहने वाले लोगों के मन में आत्मविश्वास जगाता है. साथ ही करियर और व्यवसाय दोनों में तरक्की ला सकता है. कुछ लोग अपने अंदर छुपे भय के कारण दूसरों का सामना नहीं कर पाते. ऐसे में यदि घर में पीतल का शेर आ जाए तो इससे आत्म शक्ति प्रदान होता है और व्यक्ति दूसरों का सामना निडरता से कर सकता है
गुरु बृहस्पति का वास
कहते हैं शेर पीतल की धातु से बना होने के कारण इसमें देव गुरु बृहस्पति वास करते हैं. यही कारण होता है कि जिनकी कुंडली में गुरु कमजोर होता है वह अपने घर में पीतल से बने शेर की मूर्ति ला सकते हैं.
पीतल के शेर को किस दिशा में रखें
मुख्यतौर पर पीतल का शेर उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा में ही रखा जाता है. लेकिन ध्यान दें कि जब भी आप अपने घर में पीतल का शेर रखें तो उसका मुख घर के केंद्र में होना चाहिए. इसके अलावा पीतल के शेर पर जरा सी भी धूल मिट्टी या गंदगी नहीं होनी चाहिए. वरना इसका अशुभ प्रभाव आपके जीवन पर बढ़ सकता है. एक बार पीतल का शेर रखने पर उसे अपने स्थान से नहीं हिलाना चाहिए.
पीतल के शेर के नुकसान
अब तक हमने जितने भी बिंदु आपको बताए हैं, उनके मुताबिक पीतल का शेर न केवल आत्मविश्वास बढ़ा सकता है बल्कि तरक्की भी ला सकता है. लेकिन पीतल के शेर से आर्थिक संकट और मानहानि भी पैदा हो सकती है. ऐसे में पीतल का शेर अपने घर में स्थापित करते समय एक्सपर्ट से सही दिशा का ज्ञान लेना जरूरी है. साथ ही घर के केंद्र के बारे में भी जानना जरूरी है.