वैशाख महीने में शनि की साढ़ेसाती, परेशानी को दूर करने के लिए करें ये उपाय
शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित होता है. इस दिन पूजा- पाठ करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित होता है. इस दिन पूजा- पाठ करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख महीने की शुरुआत हो चुकी हैं. इस महीने को पूजा- पाठ करने के लिए सबसे शुभ माना गया गहै. इस महीने में पूजा- व्रत करने से भगवान शिव, विष्णु और ब्रह्माजी के विशेष फल की प्राप्ति होती है.
ऐसे में वैशाख महीने के पहले शनिवार को नियमित उपाय करने से शनि की साढ़ेसाती, महादशा और शनि की ढैय्या से बचा जा सकता है. आइए बिना देर किए जानते हैं उन उपायों के बारे में.
राहगीरों और पशु- पक्षियों को पिलाएं पानी
वैशाख महीने में पानी पिलाने से तामाम तीर्थ स्थानों का पुण्य मिलता है. इस पसउ- पक्षियों के लिए पानी का इंतजाम करें. इसके अलावा राहगीरों के रास्ते में पानी पिलाने का इंतजाम करें. ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
हनुमान चालीसा का पाठ करें
आज शाम को सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा करें. पूजन में सिंदूर, काले तिल का तेल, आदि का प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा इस दिन सुंदरकाण्ड और हनुमान चालीसा का पाठ करने बेहद शुभ माना गाया है.
रुद्राक्ष की माला
ज्योतिष विद्या के अनुसार, शनिवार के दिन कुश के आसन पर बैठकर भगवान शनि की पूजा- अर्चना करनी चाहिए. इसके बाद रुद्राक्ष की माला लेकर शनि मंत्रों का जाप करना चाहिए.
सरसों के तेल से दीपक जलाएं
शनिवार को शाम के समय में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इस दिन दीपक जलाने से भगवान शनि प्रसन्न होते हैं. साथ ही कुंडली में साढ़ेसाती और महादोष का प्रभाव कम होता है.
शनिवार के दिन काले छाते का दान करें. इसके अलावा इस दिन काली गाय को घी वाली रोटी खिलाएं
काले चने
शनिवार को काले चने और काले तिल का भोग लगाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. आपके सभी कष्टों को दूर करते हैं. शनि की क्रूदृष्टि से बचने के लिए भक्त तरह- तरह के उपाय करते हैं. हिंदू धर्म में भगवान शनि को न्याय का देवता कहा जाता है. माना जाता है कि शनिदेव व्यक्ति को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. अगर शनिदेव किसी व्यक्ति पर प्रसन्न हो जाएं तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.