भाद्रपद मास में मोरपंख के ये उपाय चमका देंगे आपका भाग्य, धनलाभ के साथ होगा शत्रुओं का नाश
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद छठवां महीना है जो आज से प्रारंभ होकर 10 सितंबर तक चलेगा। इस मास में दान-पुण्य, जप-तप का अधिक महत्व है। भाद्रपद मास में विशेष रूप से भगवान कृष्ण की पूजा करने का विशेष महत्व है। ऐसे में भगवान कृष्ण की तुलसी दल चढ़ाएं। इसके साथ ही बांसुरी और मोर पंख चढ़ाना भी शुभ है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद छठवां महीना है जो आज से प्रारंभ होकर 10 सितंबर तक चलेगा। इस मास में दान-पुण्य, जप-तप का अधिक महत्व है। भाद्रपद मास में विशेष रूप से भगवान कृष्ण की पूजा करने का विशेष महत्व है। ऐसे में भगवान कृष्ण की तुलसी दल चढ़ाएं। इसके साथ ही बांसुरी और मोर पंख चढ़ाना भी शुभ है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान कृष्ण को मोर पंख काफी प्रिय है। ऐसे में मोर पंख संबंधित कुछ उपाय करने से सुख-समृद्धि, धन-वैभव के साथ सुख-शांति की प्राप्ति होती है। जानिए भाद्रपद मास में कौन से उपाय करना होगा शुभ।
तस्वीरों में समझें- मोरपंख के उपाय
भाद्रपद में मोर पंख से करें ये उपाय
ग्रह दोष के लिए
ग्रह दोष को दूर करने के लिए मोर पंख पर 21 बार ग्रह से संबंधित मंत्र बोलकर पानी छींटे मार दें और फिर इसे स्थापित कर दें। ऐसा करने से कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति मजबूत होगी।
बुरी नजर के लिए
बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए चांदी की ताबीज में मोर पंख भरकर पहना दें। ऐसा करने से बच्चों को बुरी नजर से बचा सकते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा के लिए
घर के मुख्य द्वार में मोर पंख लगाना शुभ है। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाएंगी। इसके लिए तीन मोर पंख लेकर 'ऊं द्वारपालाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा' मंत्र लिखें और गणेश जी की मूर्ति के नीचे लगा दें।
जिद्दी बच्चों के लिए
अगर आपका बच्चा अधिक रोता है या फिर अधिक जिद्दी या चिढ़ता है, तो छत के पंखे में मोर पंख लगा दें।
शत्रु से बचाव के लिए
आपका शत्रु आपको काफी परेशान कर रहा है, तो मंगलवार और शनिवार के दिन दुश्मन का नाम लेकर हनुमान जी के मस्तक का सिंदूर एक मोर पंख में लगा लें और दूसरे दिन उठते ही इसे बहते जल में प्रवाहित कर दें।
आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए
राधा-कृष्ण के मंदिर में जाकर मोर पंख में मुकुट में लगा लें और 40 दिन बाद इसे तिजोरी या फिर अलमारी में रख लें।