हस्तरेखा शास्त्र में हर रेखा का महत्व और उसकी स्थिति से मिलने वाली जानकारियों के बारे
हस्तरेखा शास्त्र (Palmistry) में हर रेखा का महत्व और उसकी स्थिति से मिलने वाली जानकारियों के बारे में बताया गया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हस्तरेखा शास्त्र (Palmistry) में हर रेखा का महत्व और उसकी स्थिति से मिलने वाली जानकारियों के बारे में बताया गया है. इन्हीं में से एक रेखा है हृदय रेखा (Hriday Rekha). यह रेखा तर्जनी या मध्यमा उंगली के नीचे से शुरू होकर बुध पर्वत यानि कि सबसे छोटी उंगली के नीचे तक आती है. यह रेखा व्यक्ति के दिल (Heart) का हाल और उसका स्वभाव (Nature) बताती है. जानते हैं कि इस रेखा की कैसी स्थिति व्यक्ति के जीवन में कैसा असर डालती है.
हृदय रेखा से जानें अपने दिल का हाल
- यदि व्यक्ति के हाथ में हृदय रेखा हथेली के एक किनारे से शुरू होकर दूसरे किनारे तक जाए तो ऐसा व्यक्ति वर्तमान में जीने वाला होता है. ये लोग भविष्य की परवाह नहीं करते हैं. ऐसे लोग इमोशनल और ईर्ष्यालु होते हैं.
- हृदय रेखा यदि लालिमा लिए हुए हो और गहरी हो तो ऐसे व्यक्ति आसानी से बुरी आदतें अपना लेते हैं.
हृदय रेखा का बीच से टूटना लव लाइफ में मुश्किलें होने का इशारा है. ऐसे लोगों के लिए प्यार में सफल न होने का दर्द झेलना बहुत मुश्किल होता है.
- हृदय रेखा यदि गुरु पर्वत से शुरू हो तो ऐसे लोग दृढ़ निश्चयी और आदर्शवादी होते हैं.
- व्यक्ति के हाथ में 2 हृदय रेखा हों और उनमें किसी तरह का दोष ना तो ऐसे लोग बहुत ईमानदार, सुलझे हुए और अच्छाई में भरोसा करने वाले होते हैं.
- पतली और हल्की हृदय रेखा वाले व्यक्ति स्वभाव से उखड़े मिजाज वाले होते हैं.