हर हाल में अपने लक्ष्य पाते हैं वृष लग्न के लोग, होते हैं बेहद बुद्धिमान
वृष लग्न वाले लोग अपनी किस्मत को खुद चमकाते हैं, वे बहुत अच्छे सलाहकार होते हैं, पूरी ईमानदारी से सलाह देते हैं और कभी किसी को परखने में धोखा नहीं खाते हैं. इनका प्रारंभिक जीवन भले ही संघर्षपूर्ण हो किंतु मध्य और अंत सुखमय रहता है.
वृष लग्न वाले लोग अपनी किस्मत को खुद चमकाते हैं, वे बहुत अच्छे सलाहकार होते हैं, पूरी ईमानदारी से सलाह देते हैं और कभी किसी को परखने में धोखा नहीं खाते हैं. इनका प्रारंभिक जीवन भले ही संघर्षपूर्ण हो किंतु मध्य और अंत सुखमय रहता है. वे धार्मिक, सहिष्णुता से परिपूर्ण होने के साथ ही दुख के समय भी सहनशीलता नहीं खोते हैं. हालांकि इन्हें अपने जीवन में खूब परिश्रम करना पड़ता है.
सुंदर बड़ी आंख वाले होते हैं वृष राशि वाले
आज हम लोग बात करेंगे वृष लग्न वालों की. वृष, काल पुरुष की कुंडली में दूसरी राशि होती है. इस राशि का सिंबल है बैल. बैल अर्थात् वृष कृषि से जुड़ा हुआ होता है. बैल धरती से अनाज निकालता है. वृष से अधिक इसका आध्यात्मिक पहलू यह है यह शिव परिवार का एक सदस्य है. यह कृतिका नक्षत्र के तीन चरण, रोहिणी के चार चरण मृगशिरा के दो चरणों से मिलकर बनी है. इसकी गणना सौम्य राशियों में होती है. यह राशि दक्षिण दिशा की राशि है. स्थिर स्वभाव वाली यह स्त्री जाति की राशि है. मेष की तरह इसका भी पीठ की ओर से उदय होता है इसलिए इसे भी पृष्ठोदय राशि कहते हैं. इस राशि में चंद्रमा उच्च का होता है. 4 से 30 अंश तक चंद्रमा मूल त्रिकोण में होता है. छाया ग्रह राहु भी इस राशि में उच्च का होता है पर केतु नीच का होता है. वृष लग्न के जातक की आंखें बड़ी सुंदर होती हैं.
व्यक्तित्व में होता है चुंबकीय आकर्षण
यह व्यक्ति बहुत अच्छा सलाहकार होता है. देखा गया है कि इस लग्न वाला व्यक्ति लोगों को परखने में कभी धोखा नहीं खाता है और बहुत ईमानदारी से सलाह देता है. वह अपने सामने वाले से बात करके सामने वाले के चरित्र और स्वभाव के बारे में जान लेते हैं. इसीलिए यदि वृष लग्न वाले व्यक्ति को सलाहकार बनाया जाए तो वह बहुत लाभकारी होते हैं. ऐसे जातक वफादार होते है. इनके व्यक्तित्व में एक चुंबकीय आकर्षण होता है.
देव स्थलों पर घूमने के होते हैं शौकीन
जातक जल्दी स्थान परिवर्तन नहीं करता है और यदि करता है तो बहुत सोच समझकर करता है. वृष जातकों को देव स्थलों में घूमने का बहुत शौक होता है. यह लग्न ही एक मात्र लग्न है जो अन्य लग्नों की अपेक्षा सबसे अधिक मेहनती होती है. वृष का अर्थ है बैल, बैल के सहयोग से धरती से अन्न निकाला जा सकता है. अतः वृष जातकों में दबी हुई चीजों को निकालने की विलक्षण प्रतिभा होती है. इसका स्वामी शुक्र होता है, यह भाग्यशाली राशि है. वृष राशि रात्रिबली होती है.