नई दिल्ली: अपनी इच्छा और सुख सुविधाओं की पूर्ति करने के लिए हमें धन की आवश्यकता अवश्य ही पड़ती है। हर इंसान कोशिश करता है कि उसके और उसके परिवार की हर एक छोटी मोटी जरूरत को पूरी कर पाए। ऐसी ले चुके आर्थिक तंगी की वजह से हमें कई दिक्कतों से जूझना भी पड़ जाता है। साथ ही महान अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कुछ बातों का वर्णन किया है। इसीलिए आज हम आचार्य चाणक्य किस चीज के बारे में बताने वाले हैं।
बुरे कार्यों में ना लगाएं पैसा
चाणक्य नीति के मुताबिक आपको अपना पैसा हमेशा सही कार्य में लगाना चाहिए। इसीलिए क्योंकि अगर कोई व्यक्ति जुआ और सट्टेबाजी जैसे गलत कार्य में धन का इस्तेमाल कर देता है तो इसका धन नष्ट होना निश्चित हो जाता है। साथ ही साथ समाज में भी उसका नाम खराब होने लगता है। जिस वजह से व्यक्ति के साथ-साथ उसके परिवार को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
सोच समझ कर करें खर्चा
आचार्य चाणक्य ने बताया है कि अगर आपको मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करनी है तो हमेशा पैसे को सोच समझकर ही खर्च करना चाहिए। अनावश्यक चीजों में धन को लगाने का कोई भी अर्थ नहीं होता है। इसीलिए क्योंकि इससे आपका पैसा भी व्यर्थ होने लगता है और साथ ही साथ जरूरत के समय पर आपको लोगों के सामने हाथ फैलाने की नौबत आ जाती है।
सहायता करने से ना हटे पीछे
अगर आपके पास धन मौजूद है तो कभी भी जरूरतमंदों की मदद करने से पीछे नहीं हटे। ऐसा इसलिए क्योंकि दान पुण्य का फल आपको जरूर प्राप्त होता है। लेकिन अगर धनवान व्यक्ति अहंकार में किसी की सहायता नहीं कर पाता है तो वह कभी भी तरक्की प्राप्त नहीं कर सकता है।
सही तरीके से करें धन का इस्तेमाल
चाणक्य नीति में बताया गया है कि बुरे समय के टाइम पर धन आप का सबसे बड़ा साथी बताया गया है। इसी कारण से दूर होने पर उसे इस तरह से बर्बाद नहीं करना चाहिए। समझदार इंसान वही होता है जो अपने भविष्य का सोच कर पैसों का प्रयोग करने लगता है और धन का संचय करता है। ऐसा करने पर आपको कभी भी आर्थिक तंगी से जूझना नहीं पड़ता है।