सावन के महीने में शिव की नगरी वाराणसी जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो जान लें ये अहम बातें
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में भगवान शिव की भक्तिभाव से पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में भगवान शिव की भक्तिभाव से पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि सावन महीने में भगवान शिव जी की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसके लिए सावन के महीने में उत्स्व जैसा माहौल रहता है। सभी प्रमुख शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। श्रद्धालु कांवड़ यात्रा कर बाबा की नगरी पहुंचते हैं। इसके बाद श्रद्धाभाव से पूजा पाठ करते हैं। अगर आप भी सावन के महीने में शिव की नगरी वाराणसी जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो ये अहम बातें जान लें-
बनारस
दैविक काल से वाराणसी देव भूमि के नाम से जाना जाता है। यह शहर पवित्र गंगा नदी के किनारे बसा है। गंगा के किनारे कुल 88 घाट हैं। दो घाटों को छोड़कर अन्य सभी घाटों पर पूजा-अर्चना और गंगा आरती की जाती है। हर साल दुनियाभर से पर्यटक वाराणसी घुमने आते हैं। लोग गंगा आरती में शामिल होकर ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
-बाबा की नगरी वाराणसी में सुबह के समय बोट राइड का जरूर आनंद उठाएं। आप दिन की शुरुआत गंगा नदी की बोट राइड से कर सकते हैं। इस समय साधु और श्रद्धालु गंगा मैया की पूजा करते हैं।
-बाबा की नगरी वाराणसी में कई मंदिर हैं। इनमें विश्वनाथ मंदिर बेहद प्रसिद्ध हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक बाबा के दर्शन हेतु आते हैं। अतः बाबा के दर्शन के लिए विश्वनाथ मंदिर जरूर जाएं।
-गंगा आरती का अवश्य साक्षी बनें। वाराणसी में गंगा आरती भव्य रूप से की जाती है। देश विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक गंगा आरती में शामिल होने वाराणसी आते हैं।
-वाराणसी में आप शॉपिंग का भी आनंद उठा सकते हैं। खासकर, बनारसी साड़ी दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इसके अलावा, सिल्क और ज़री वाली साड़ी भी पॉपुलर हैं। आप वाराणसी में शॉपिंग भी कर सकते हैं।