बुधवार के दिन रख रहें हैं उपवास, तो जानिए नियम
सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित किया गया हैं वही बुधवार का दिन शिव और गौरी के पुत्र गणेश और बुध देव को समर्पित हैं। इस दिन भक्त भगवान की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं।
मान्यता है कि बुधवार के दिन उपवास रखने से बुद्धि, विद्या, धन और ग्रहों की शुभता प्राप्त होती हैं ऐसे में अगर आप भी बुधवार का उपवास रखना चाहते हैं तो आज हम आपको इससे जुड़े नियम और विधि की जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
बुधवार व्रत से जुड़े नियम—
बुधवार के व्रत का आरंभ आप किसी भी शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से करना उत्तम माना जाता हैं। वही आपको बता दें कि बुधवार व्रत की संध्या 7 या फिर 21 होनी चाहिए। बुधवार के दिन उपवास रखते हुए भगवान की विधिवत पूजा और व्रत करें साथ ही अंत में इसका उद्यापन जरूर करें।
लेकिन भूलकर भी इस व्रत का आरंभ पितृपक्ष में नहीं करना चाहिए इसे शुभ नहीं माना जाता हैं इसके अलावा व्रतधारी बुधवार व्रत वाले दिन नमक का सेवन ना करें। इस दिन आप फलाहार कर सकते हैं पूजा के बाद शाम को प्रसाद खाकर ही अपने व्रत का पारण करें। इस दिन उपवास रखने वाले लोग विशेष तौर पर हरे रंग के वस्त्रों को धारण करें आप चाहे तो इस दिन जरूरतमंदों को मूंग की दाल, वस्त्र, अन्न आदि का दान भी कर सकते हैं ऐसा करने से प्रभु की कृपा मिलती हैं।