हथेली पर बनने वाली रेखाएं, निशान और आकृतियों को हस्तरेखा शास्त्र में महत्वपूर्ण बताया गया हैं। इन रेखाओं के दवारा व्यक्ति के भविष्य से जुड़ी कई अहम जानकारी हासिल की जा सकती हैं। हथेली पर कई शुभ अशुभ रेखाएं बनती हैं।
हस्तरेखा शास्त्र की मानें तो हथेली पर बनने वाली शुभ रेखाएं सुख समृद्धि और खुशहाली की ओर इशारा करती हैं तो वही अशुभ रेखाएं दुख परेशानियों का संकेत प्रदान करती हैं इनके अलावा हथेली पर विवाह रेखा भी बनी होती हैं जो जातक के वैवाहिक जीवन और विवाह से जुड़ी अहम जानकारी प्रदान करती हैं लेकिन कुछ जातकों की हथेली पर यह रेखा नहीं भी होती हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा विवाह रेखा से जुड़ी अहम जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार विवाह रेखा जातक की हथेली में सबसे छोटी उंगली के पास होती हैं। जिनकी हथेली में यह रेखा ह्रदय रेखा तक जाकर आगे निकलकर दो तीन रेखाएं बन जाती हैं तो इसे अशुभ माना जाता हैं इसका अर्थ होता हैं कि जातक को वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति नहीं होगी। वही इसके अलावा अगर किसी जातक की हथेली में टूटी हुई ह्रदय रेखा है तो यह भी वैवाहिक जीवन में दुख परेशानियों की ओर इशारा करती हैं।
हस्तरेखा के अनुसार अगर व्यक्ति की विवाह रेखा ह्रदय रेखा की ओर झुकी हुई है तो इसका अर्थ होता हैं कि जीवनभर पति पत्नी के बीच अनबन होती रहेगी। अगर विवाह रेखा के पास कोई द्वीप बना होता हैं जो भी जीवन में परेशानियां आती रहती हैं। वही अगर किसी जातक की हथेली पर कोई भी विवाह रेखा नहीं होती हैं तो ऐसे जातक के विवाह होने में अधिक वक्त लगता हैं या फिर किसी ना किसी कारण रिश्ता टूट जाता हैं।