दांपत्य जीवन खुशियों से भरना है तो फुलेरा दूज के दिन करें ये उपाय
फुलेरा दूज को शास्त्रों में बेहद शुभ तिथि माना गया है. मान्यता है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य बगैर ज्योतिषीय सलाह के किया जा सकता है. ये दिन राधारानी और श्रीकृष्ण की पूजा का दिन है. इस दिन किए कुछ उपाय आपके जीवन में प्रेम की वर्षा कर सकते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 24 फरवरी को गुरु अस्त हो चुके हैं. देवगुरु बृहस्पति (Devguru Brihaspati) को शादी समेत किसी भी मांगलिक कार्य का कारक माना जाता है. ऐसे में उनके अस्त होने से शादी, सगाई, मुंडन, गृहप्रवेश आदि सभी तरह के मांगलिक कार्यों पर भी रोक लग जाती है. लेकिन अगर आपके लिए इस बीच कोई मांगलिक कार्य करना जरूरी है, तो फुलेरा दूज (Phulera Dooj) की तिथि इसके लिए सर्वोत्तम है. इस दिन के हर क्षण को शास्त्रों में बेहद शुभ और दोषमुक्त माना गया है. फुलेरा दूज फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है. ये बसंत के मौसम का त्योहार है. मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने राधारानी के साथ फूलों की होली खेली थी. तब से आज तक भक्तगण राधारानी और श्रीकृष्ण (Radharani and Shri Krishna) का फूलों से शृंगार करके उनके साथ फूलों की होली खेलते हैं. इस बार फुलेरा दूज 4 मार्च 2022 को मनाई जाएगी.