कैसे हटाएं मांगलिक दोष

Update: 2023-04-09 16:58 GMT
हिंदू धर्म में शादी यूहीं नहीं हो जाती है. पहले कुंडली मिलाई जाती है, दोष देखे जाते हैं. अगर लड़के या लड़की में मांगलिक दोष होता तो शादी नहीं हो पाती और बहुत सी अड़चने आती हैं. कुंडली में मंगल दोष को गंभीर माना जाता है. मांगलिक दोष तब लगता है जब जातक की कुंडली में लग्न चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में से किसी एक भाव में मंगल स्थित हो जाता है. ऐसे में कई तरह की परेशानियां जातकों के जीवन में आती है उनमें से एक बड़ी अड़चन विवाह ना होना होता है. चलिए आपको बताते हैं मंगल दोष क्या है और इसे कैसे हटाया जाता है.
कैसे हटाएं मांगलिक दोष? (Marriage Manglik Upay)
कई बार आपने सुना होगा कि मांगलिक दोष होने पर लड़की का विवाह किसी पेड़ या जानवर से कराया जाता है. शास्त्रों में पेड़ से विवाह की बात का जिक्र मिलता है लेकिन जानवर से इंसान का विवाह कराना गलत होता है. अगर आपको मांगलिक दोष हटाना है तो यहां आपको आसान उपाय बताते हैं. लेकिन ये सभी उपाय आप किसी एक्सपर्ट्स (ज्योतिष) से राय लेने पर ही करें.
1. कुंभ विवाह: इसका मतलब होता है कि विवाह से पहले किसी घड़े के साथ लड़का या लड़की का विवाह कराया जाता है जिसके बाद घड़ा फोड़ दिया जाता है.
2. पीपल के पेड़ से विवाह: गीता में लिखा है कि वृक्षानाम् साक्षात अश्वत्थोहम् जिसका मतलब है कि वृक्षों में मैं पीपल का पेड़ हूं. अश्वत्थ विवाह का अर्थ है पीपल या बरगद के वृक्ष का विवाह. विवाह के बाद उस वृक्ष को कटवाना होता है हालांकि इस प्रयोग के लिए छोटे पौधे से भी काम चल सकता है.
3. विष्णु प्रतिमा से विवाह: भगवान विष्णु की स्वर्ण प्रतिमा का अग्नि उत्तारण कर प्रतिष्ठा पश्चात वैवाहिक प्रक्रिया संकल्पसहित पूरी करना शास्त्रोक्त होता है. कुंभ विवाह इसी तरह से कराना चाहिए जिससे मांगलिक दोष दूर हो जाए.
4. मंगलभात पूजा: जो भी मंगल दोष में होता है उन्हें विवाह से पहले भात पूजा करानी चाहिए. यह पूजा चावल से होती है. ये पूजा शिवलिंग रूपी मंगल देवी की होती है.
5. गणपति पूजा: जिस जातक को मांगलिक दोष है उन्हें गणपति की पूजा करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि उनकी पूजा से मांगलिक दोष का विघ्न दूर हो जाता है.
क्या होता है मांगलिक दोष (What is Manglik Dosh)
लड़का या लड़की को मांगलिक दोष तब लगता है जब उनकी जन्म पत्रिका में लग्न चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में से किसी एक भाव में विराजमान हो. विवाह के लिए कुंडली मिलान करते समय मंगल को 1,4,7,8 और 12वें भाव को खाता है. लेकिन मंगल दोष को लेकर कई बातें लोग नहीं जानते हैं इसलिए कुंडली को किसी उच्च स्तर के ज्योतिष को ही दिखाएं. ऐसा माना जाता है कि जब लड़का या लड़की 28 साल के हो जाते हैं तो उनका मंगल दोष खत्म हो जाता है. वहीं ऐसी भी मान्यता है कि मेष, कर्क, वृश्चिक राशि वालों को कभी मंगल दोष नहीं लग सकता है
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