नवरात्र में बोए जाने वाले जौ का रंग कैसे आपके आने वाले समय का है संकेतक
मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि भक्तों के लिए आस्था और उम्मीद का पर्व होता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि भक्तों के लिए आस्था और उम्मीद का पर्व होता है। इन नौ दिनों में सच्चे मन और विधि विधान से किया जाने वाला हर काम आपको कोई न कोई लाभ अवश्य देता है। ज्योतिष शास्त्र में नवरात्रि में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय और विधियां बताई गई हैं। वहीं पूजा में घट स्थापना के दौरान बोए जाने वाले जौ का भी बहुत महत्व माना गया है। इन्हें ब्रह्म का स्वरूप माना गया है। इसलिए जौ का रंग, लंबाई के द्वारा आपके भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। तो आइए जानते हैं कि किस तरह आपके द्वारा बोए जाने वाले जौ का रंग आपके आने वाले समय का संकेतक होता है...
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि बोए गए जौ का रंग ऊपर की ओर से आधा पीला और नीचे की तरफ से आधे हरे रंग का है तो यह इस बात का संकेत है कि आपके साल की शुरूआत तो बेहतर होगी लेकिन बाद में आपको कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
नवरात्रि में बोए गए जौ का रंग यदि हरा या सफेद है तो इसे ज्योतिष शास्त्र में काफी अच्छा संकेत माना गया है। यानी इससे पता चलता है कि मां दुर्गा आपकी पूजा से काफी प्रसन्न हैं और उनकी कृपा आप पर जल्द ही होने वाली है। इसलिए यह आपके लिए खुशी की बात है।
वहीं अगर जौ नीचे से आधे पीले और ऊपर से आधे हरे रंग में उगे हैं तो इसका मतलब है कि आपके लिए आधा साल कुछ परेशानियां खड़ी कर सकता है लेकिन उसके बाद आपके काम बनने लगेंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर अंकुरित जौ पीले रंग की हो और सूखकर झड़ने लगे तो यह आपके लिए बिल्कुल भी शुभ संकेत नहीं माना जाता। इसलिए किसी भी संकट से बचने के लिए पूरे श्रद्धा भाव से मां अंबे से अपनी सलामती और कष्टों से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए आप नवमी तिथि को नवग्रह हवन में 108 बार आहुति दें।