आज से शुरू होगी मथुरा-वृंदावन में फूलों की होली, जीवन में प्रेम बढ़ाने के लिए करें ये आसान उपाय

मान्‍यता है कि फुलेरा दूज के दिन से ही भगवान श्रीकृष्ण ने होली खेलने की शुरुआत की थी.

Update: 2022-03-04 05:41 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर साल मथुरा में फुलेरा दूज के दिन से ही होली की शुरुआत होती है. फुलेरा दूज फाल्‍गुन महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है. इस साल फुलेरा दूज आज यानी कि 4 मार्च 2022 शुक्रवार को है. मान्‍यता है कि फुलेरा दूज के दिन से ही भगवान श्रीकृष्ण ने होली खेलने की शुरुआत की थी.

फुलेरा दूज 2022 का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के मुताबिक फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 3 मार्च, गुरुवार की रात 09:36 बजे से शुरू हो चुकी है जो 4 मार्च, शुक्रवार को रात 08:45 तक रहेगी. फुलेरा दूज को शुभ और मांगलिक काम करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है, यहां तक कि इस दिन बिना मुहूर्त के भी शुभ काम किए जाते हैं. फुलेरा दूज शुभ कामों के लिए अबूझ मुहूर्त होता है. खासतौर पर नया व्‍यवसाय शुरू करने के लिए आज की शाम बहुत शुभ है. इसके अलावा शादी करने, नया घर, जमीन, गाड़ी आदि लेने के लिए भी फुलेरा दूज बहुत शुभ होती है.

जीवन में आ जाएगी प्रेम की बहार

फुलेरा दूज के दिन भगवान श्रीकृष्‍ण और राधा जी की पूजा की जाती है. ऐसे जातक जिनके जीवन में प्रेम की कमी है, वे आज के दिन राधा-कृष्‍ण की पूजा करें तो उनका जीवन जल्‍द ही प्‍यार की खुशबू से महक उठेगा. शादीशुदा जीवन की परेशानियां दूर करने के लिए भी आज राधा-कृष्‍ण की पूजा करना बहुत कारगर साबित होता है. हो सके तो पति-पत्‍नी साथ में ये पूजा करें. फुलेरा दूज के दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की विधि-विधान से पूजा करने के साथ-साथ उन्‍हें गुलाल और फूल भी अर्पित करें. मथुरा और वृंदावन में इस दिन फूलों की होली खेली जाती है.

बन रहा है शुभ योग

फुलेरा दूज के दिन गुलेरियां तैयार करने की परंपरा है. गाय के गोबर से छोटे-छोटे उपले बनाकर उनकी माला बनाई जाती है, जिसे होलिका दहन के दिन आग में डाला जाता है. इस माला को ही गुलेरी कहते हैं. मान्‍यता है कि आज के दिन गुलेरी बनाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. आज 4 मार्च को फुलेरा दूज के दिन शुभ योग भी बन रहा है. यह रात 01:52 बजे तक रहेगा. 

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