गए हैं बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए तो ये काम जरूर करें, वरना अधूरी रह जाएगी ये यात्रा
बाबा काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) को 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक माना गया है
बाबा काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) को 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक माना गया है. वाराणसी में पवित्र नदी गंगा (Ganga) के पश्चिमी तट पर स्थित इस मंदिर की विशेष मान्यता है. विश्वनाथ का अर्थ है जो विश्व का शासक हो, वहीं वाराणसी शहर को काशी के नाम से भी जाना जाता है, इसलिए इस मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर कहा जाता है. दूर-दूर से लोग बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए वाराणसी (Varanasi) आते हैं. वाराणसी एक ऐसा शहर है जहां बाबा विश्वनाथ के मंदिर के अलावा भी ऐसा बहुत कुछ है जो सैलानियों को बार-बार अपनी ओर आकर्षित करता है. अगर आप भी काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए वाराणसी जा रहे हैं, तो वहां जाकर 5 काम जरूर करें, वरना आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी.
मंदिरों के दर्शन करें
वाराणसी एक तीर्थस्थल है. जहां लोग खासतौर पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए जाते हैं. लेकिन बाबा विश्वनाथ मंदिर के अलावा वहां मां अन्नपूर्णा मन्दिर, कालभैरव मन्दिर, मृत्युंजय महादेव मन्दिर, तुलसी मानस मन्दिर, संकटा मंदिर और संकटमोचन आदि मंदिर हैं. ऐसे में आप एक पूरा दिन मंदिरों के दर्शन के लिए निकाल सकते हैं. कई ऐसे मंदिर हैं, जहां वास्तु कला का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिलता है.
बोटिंग करें
बनारस गए हैं तो वहां बोटिंग का आनंद जरूर लें. सुबह के समय गंगा नदी में नाव की सैर करें. वहां आपको प्रकृति का सुख महसूस होगा और आप बहुत ही आनंदित महसूस करेंगे.
आरती में शामिल हों
वाराणसी में शाम के समय गंगा आरती होती है. अगर आप वाराणसी में हैं और आपने आरती को मिस कर दिया, तो समझिए आपकी यात्रा अभी अधूरी है. ये आरती इतनी भव्य होती है कि आपकी अनुभूति ही अलग हो जाती है. आरती समारोह दशावमेधा घाट पर होता है.
बनारस का स्ट्रीट फूड
कहीं भी घूमने जाएं तो खाने पीने को लेकर अलग ही उत्सुकता होती है. तमाम जगहों की तरह बनारसी फूड की भी विशेषता है. आप वाराणसी में स्ट्रीट फूड का मजा जरूर लें. स्ट्रीट फूड में आपको कचौड़ी सब्ज़ी, चूरा मटर, बाटी चोखा आदि खाने को मिल जाएंगे. इसके अलावा बनारसी पान खाना न भूलें.