इस दिन मनाई जाएगी हनुमान जयंती...जानें पूजन विधि और महत्व

हनुमान जयंती एक हिन्दू पर्व है. यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है.

Update: 2021-03-10 02:22 GMT

हनुमान जयंती एक हिन्दू पर्व है. यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस दिन हनुमानजी का जन्म हुआ माना जाता है. हनुमान जी को कलयुग में सबसे प्रभावशाली देवताओं में से एक माना जाता है. हनुमान जयन्ती (Hanuman Jayanti 2021 Kab Hai) को लोग हनुमान मंदिर में दर्शन के लिए जाते है. कुछ लोग व्रत भी धारण कर बड़ी उत्सुकता और जोश के साथ समर्पित होकर इनकी पूजा करते है. चूँकि यह कहा जाता है कि ये बाल ब्रह्मचारी थे इसलिए इन्हे जनेऊ भी पहनाई जाती है. हनुमानजी की मूर्तियों पर सिंदूर और चांदी का वर्क चढाने की परम्परा है. कहा जाता है राम की लम्बी उम्र के लिए एक बार हनुमान जी अपने पूरे शरीर पर सिंदूर चढ़ा लिया था और इसी कारण उन्हें और उनके भक्तो को सिंदूर चढ़ाना बहूत अच्छा लगता है जिसे चोला कहते है. हर साल चैत्र शुक्‍ल पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है. इस साल हनुमान जयंती 27 अप्रैल को है

इस दिन भगवान हनुमान की सच्चे मन से पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं. हनुमान जी की पूजा लाल सिंदूर से की जाए तो हर बिगड़ा काम बन जाता है. राम भक्‍त और भगवान शंकर के 11वें अवतार हनुमान का जन्‍म चैत्र पूर्ण‍िमा को हुआ था. इसलिए चैत्र पूर्ण‍िमा को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है
हनुमान जयंती के दिन सुबह उठना चाहिए. स्नान के बाद हनुमान मंदिर में जाकर उनका पूजन करें. घर पर भी पूजा कर सकते हैं. भगवान को लाल सिंदूर और चोला अर्प‍ित करें. इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें. हनुमान जी को फूल, मिठाई अर्पित करें. हनुमान जी को खुश करने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें. पूजा करते वक्‍त ज्यादा से ज्यादा लाल रंग की चीजों का इस्तेमाल करें. हनुमान जयंती का व्रत रखने वालों को कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान श्रीराम, माता सीता व श्री हनुमान का स्मरण करने के बाद व्रत का संकल्‍प लें. इन्हें जनेऊ भी चढ़ाया जाता है.


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