दिवाली से पहले इस दिन मनाई जाएगी हनुमान जयंती, बजरंगबली पूरी करते हैं सभी मनोकामनाएं

हिंदू धर्म में सभी माह में से कार्तिक माह को सबसे सर्वोत्तम माना गया है. इस माह में कई बड़े त्योहार और पर्व मनाए जाते हैं. दशहरा से लेकर करवा चौथ, होई और धनतेरस भी इसी माह में आते हैं.

Update: 2022-10-20 03:42 GMT

 हिंदू धर्म में सभी माह में से कार्तिक माह को सबसे सर्वोत्तम माना गया है. इस माह में कई बड़े त्योहार और पर्व मनाए जाते हैं. दशहरा से लेकर करवा चौथ, होई और धनतेरस भी इसी माह में आते हैं. दिवाली से ठीक एक दिन पहले हनुमान जंयती मनाई जाती है. मान्यता है कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हनुमान जी का जन्म हुआ था. ऐसे में दिवाली से पहले हनुमान जी की पूजा का विधान है.

ज्योतिष अनुसार उत्तर भारत में हनुमान जंयती चैत्र माह में मनाई जाती है. लेकिन कई हिस्सों में दिवाली से पहले मनाने की परंपरा है बता दें कि इस बार 23 अक्टूबक नरक चतुर्दशी के दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी. आइए जानते हैं हनुमान जयंती की तिथि, महत्व और शुभ मुहूर्त के बारे में.

हनुमान जयंती 2022 तिथि

शास्त्रों के अुसार दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी के दिन हनुमान जयंती मनाने की परंपरा है. इस बार हनुमान जयंती 23 अक्टूबर रविवार शाम 05 बजकर 04 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 24 अक्टूबर शाम 05 बजकर 04 मिनट तक रहेगी. ज्योतिष अनुसार हनुमान जयंती मेष लग्न में शाम के समय मनाई जाती है. ऐसे में 23 अक्टूबर के दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी. और बजरंगबली की विधिपूर्वत पूजा की जाती है.

हनुमान जयंती 2022 शुभ मुहूर्त

हनुमान जयंती के दिन 23 अक्टूबर रविवार को रात 11 बजकर 40 मिनट से देर रात 12 बजकर 31 मिनट तक पूजा का विधान है. इस दिन बजरंगबली की पूजा के लिए 50 मिनट का समय है. मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की सच्चे मन से पूजा करने से भक्तों के सभी दुख-सकंट दूर होते हैं.

इन शुभ योग में है हनुमान जयंती

हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल हनुमान जयंती सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग में मनाई जाएगी. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग पूरा दिन रहेगा और अमृत योग दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 27 मिनट तक है. वहीं, इस दिन इंद्र योग प्रातः काल से शुरू होगा और शाम 4 बजकर 07 मिनट तक रहेगा.

मान्यता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजा करने से हनुमान जी भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. कहा जाता है कि ये योग सभी प्रकार के मनोरथ पूर्ण करने वाला माना जाता है. इस योग में बजरंग बली के पूजा-अर्चना करने से भक्तों की कृपा प्राप्त होती है.

हनुमान जयंती 2022 महत्व

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हनुमान जयंती और नरक चतुर्दशी एक ही दिन मनाई जाती है. कहा जाता है कि इस दिन नकारात्मक शक्तियां हावी रहती हैं. इसलिए उन्हें दूर करने के लिए दिवाली से एक दिन पहले हनुमान जी की पूजा की जाती है. कहते हैं कि हनुमान जी की पूजा करने से सभी प्रकार के रोग, दोष दूर होते हैं और सभी नकारात्मकताओं का नाश होता है.

 

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