Guru Purnima:सनातनधर्म में पूर्णिमा तिथि को खास बताया गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है पंचांग के अनुसार अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है और इस माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है इसके अलावा इस पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा भी कहते हैं इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप का विधान होता है माना जाता है कि पूर्णिमा तिथि पर पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। 21 जुलाई दिन रविवार यानी की आज धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है इस दिन गुरु जनों व शिक्षकों की पूजा करना लाभकारी माना जाता है ऐसा करने से करियर में तरक्की मिलती है और बाधाएं दूर हो जाती है अगर आप भी अपने गुरुओं का आशीर्वाद पाना चाहते हैं आपको पूजा के लिए शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
गुरु पूर्णिमा पूजा का मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई दिन शनिवार को शाम 5 बजकर 59 मिनट से आरंभ हो चुकी है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी की 21 जुलाई दिन रविवार यानी आज दोपहर 3 बजकर 46 मिनट पर हो जाएगा।
गुरु पूर्णिमा का पर्व 21 जुलाई दिन रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा के लिए दिनभर का समय शुभ रहेगा। लेकिन सुबह के वक्त पूजा पाठ करना उत्तम होगा