Ganesha Chaturthi 2021: गणेश चतुर्थी पर करें गणपति जी के इन मंत्रों का जाप, दूर होंगे कष्ट, होगी धन की प्राप्ति

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. गणपति अपने भक्तों के सारे दुख और कष्ट दूर कर देते हैं. गणपति का पर्व गणेश चतुर्थी इस साल 10 सितंबर को मनाई जाएगी

Update: 2021-09-02 16:44 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Ganesha Chaturthi 2021: भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. गणपति अपने भक्तों के सारे दुख और कष्ट दूर कर देते हैं. रिद्दि-सिद्धि के दाता गणपति का पर्व गणेश चतुर्थी इस साल 10 सितंबर (ganesha chaturthi 10 september) को मनाई जाएगी. मान्यता है कि भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मध्याह्न काल में हुआ था, इसलिए हर साल इसी दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है. इसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. 11 दिन तक चलने वाले इस पर्व को देशभर में बड़ी ही धूम-धाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. विशेषतौर पर ये पर्व महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी के दिन लोग घरों में गणपति की स्थापना करते हैं और अंनत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन (ganesha visarjan) किया जाता है.

मान्यता है कि गणेश चतुर्थी पर बप्पा की घर में स्थापना की जाती है. बप्पा घर से सारे संकट और कष्ट अपने साथ ले जाते हैं. गणेश चतुर्थी पर विशेष लाभ के लिए गणपति को पान के पत्तों की माला और मोदक चढ़ाए जाते हैं. कहते हैं कि गणेश जी की पूजा और कथाओं को दिन के समय सुनना चाहिए. गणेश जी को गणपति, बप्पा, विघ्नहर्ता, कष्टनिवारक के नाम से भी जाना जाता है.
गणेश मंत्रों का जाप (ganesha mantra jaap)
मान्यता है कि गणेश भगवान के मंत्रों का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. कहते हैं कि गणेश जी का बीज मंत्र 'ग' है, इसलिए 'ॐ गं गणपतये नमः' का जप बहुत लाभकारी माना जाता है. इतना ही नहीं, इन मंत्रों का जप करने से आर्थिक प्रगति और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
ॐ वक्रतुंडाय हुम्‌ - इस मंत्र का जप करते समय मुंह में गुड़, लौंग, इलायची, पताशा, ताम्बुल, सुपारी होना चाहिए.
उच्छिष्ट गणपति का मंत्र- ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा
विघ्नराज रूप की आराधना का मंत्र - गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:, आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए इसे जपें.
हेरम्ब गणपति का मंत्र जपें- 'ॐ गं नमः' करके धन व आत्मबल की प्राप्ति के लिए इसे जपें.
लक्ष्मी विनायक मंत्र - ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा. रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए इसे जपें.
त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र - ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा.
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त (ganesha chaturthi shubh muhurat)
गणेश पूजन के लिए मध्याह्न मुहूर्त : 11:03:03 से 13:32:58 तक
अवधि : 2 घंटे 29 मिनट
समय जब चन्द्र दर्शन नहीं करना है : 09:11:59 से 20:52:59 तक


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