पूजा : हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन को नवसंवत्सर की प्रथम पूर्णिमा पड़ती है। इस दिन को चैत्र पूर्णिमा या चैती पूनम के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष चैत्र पूर्णिमा का प्रारंभ आज 05 अप्रैल को हो चुका है और इसका समापन अगले दिन 06 अप्रैल को हो जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज चैत्र पूर्णिमा का व्रत रखा जा रहा है और अगले दिन हनुमान जन्मोत्सव पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।
पंचांग में बताया गया है कि चैत्र पूर्णिमा का चंद्रोदय अत्यंत शुभ योग में होगा। बता दें कि आज तीन अत्यंत शुभ योग के निर्माण हो रहा है। मान्यता है कि इस अवधि में पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं चैत्र पूर्णिमा पर बन रहे शुभ मुहूर्त की अवधि, पूजा समय और विधि।