आमलकी एकादशी पर श्री हरि की कृपा के लिए कर लें ये चमत्कारी उपाय, आर्थिक परेशानियो से मिलेंगी मुक्ति

एकादशी तिथि 13 मार्च सुबह 10.21 मिनट से शुरू होकर 14 मार्च को दोपहर 12.5 मिनट तक रहेगी. इसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जाएगी

Update: 2022-03-12 18:40 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस बार आमलकी एकादशी 14 मार्च, सोमवार की पड़ रही है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के पेड़ की पूजा का भी विधान है. इस एकादशी को आमलकी एकादशी और रंगभरी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. पंचाग के अनुसार एकादशी तिथि 13 मार्च सुबह 10.21 मिनट से शुरू होकर 14 मार्च को दोपहर 12.5 मिनट तक रहेगी. इसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जाएगी.

आमलकी एकादशीके दिन कुछ उपायों को करने से व्यक्ति को जीवन में सभी परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा मिलता है. इस दिन सुख-समृद्धि पाने के लिए कुछ उपाय अवश्य करने चाहिए. आइए जानें इस दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में.
आमलकी एकादशी के दिन करें ये उपाय
- धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु को पीले रंग के फूल अति प्रिय है. इसलिए आमलकी एकादशी के दिन 21 पीले फूल चढ़ाएं. आप इन फूलों की माला बना कर भी अर्पित कर सकते हैं. ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा भक्तों पर हमेशा बनी रहेगी.
- मान्यता है कि पूजा के समय पीले रंग के कपड़े में एक एकाक्षी नारियल रखें और उसे लपेटकर रख दें. पूजा के बाद इसे किसी साफ जगह पर रखें. कहते हैं कि इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
- नौकरी या बिजनेस में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए आमलकी एकादशी के दिन एक लोटा जल आंवले के पेड़ में चढ़ाएं.
- आमलकी एकादशी पर आंवले के पेड़ की पूजा करें और इसकी परिक्रमा करते हुए 7 बार सूत का धागा लपेट दें. इससे आपके जीवनसाथी की हर इच्छा पूर्ण होने का वरदान मिलता है.
- घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए भगवान विष्णु को चंदन का तिलक लगाएं.
साथ ही भगवान का ध्यान करें.
- सभी मनोकामना की पूर्ति और श्री हरि की कृपा पाने के लिए एक साफ पीले रंग के कपड़े रूमाल के बराबर काट लें. इसके चारों ओर गोटा लगाएं और एकादशी के दिन श्री विष्णु के चरणों में अर्पित करें.


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