महाअष्टमी के दिन अपनाये ये विशेष उपाय, घर में आएगी सुख- समृद्धि
शारदीय नवरात्रि के अष्टमी तिथि को मां दुर्गा की महागौरी स्वरूप में पूजा की जाती है. महागौरी को माता पार्वती का ही रुप माना जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) के अष्टमी तिथि को मां दुर्गा की महागौरी स्वरूप में पूजा की जाती है. महागौरी को माता पार्वती का ही रुप माना जाता है. इस बार बुधवार को दुर्गाष्टमी पड़ रही है. महाअष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा के अलावा कन्या पूजन करने का विशेष महत्व होता है. इस दिन कन्याओं की पूजा करें और भोजन करवाएं. महाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. ज्योतिषों के अनुसार इस दिन विशेष उपायों को करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं.
1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि में नौ कन्याओं के पूजन करने का नियम है लेकिन कम से कम तीन कन्याओं का पूजन करना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार महाअष्टमी के दिन कुछ उपायों को करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
2. नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा को लाल रंग की चुनरी में सिक्के और बताशे रखकर चढ़ाएं. ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
3. महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है. इस दिन 9 कन्याओं की पूजा कराने के बाद उन्हें उनकी जरूरत का समान भेट में दें. इससे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
4 शांति के लिए दुर्गाष्टमी के दिन तुलसी जी के नौ दिए जलाएं और उनकी परिक्रमा करें. इससे घर के सभी रोग- दोष का नाश होगा और परिवार के सदस्यों में प्रेम बढ़ेगा.
5. ज्योतिष के अनुसार अगर आपके घर में कोई दुख या परेशानी है तो अष्टमी के दिन पीपल के 11 पत्तों पर घी सिंदूर भगवान राम का नाम लिखकर माला बनाएं. ये माला हनुमानजी को पहना दें. आपके घर से सभी तरह की आपदा और विपत्तियां दूर रहेगी.
महाष्टमी व्रत का महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने की अष्टमी तिथि को दुर्गा अष्टमी के रुप में मनाया जाता है. नवरात्रि में अष्टमी तिथि को महाष्टमी कहा जाता है. इस बार 13 अक्टूबर 2021 को अष्टमी तिथि पड़ रही हैं. इस दिन मां दुर्गा की महागौरी के रुप में पूजा होती है. इस दिन देवी के अस्त्रों के रुप में पूजा होती है इसलिए इसे कुछ लोग वीर अष्टमी भी कहते हैं. मान्यता है कि इस दिन पूजा अर्चना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और आपकी सभी दुखों को दूर करती हैं.