सनातन धर्म में वैसे तो हर महीने को खास माना जाता हैं लेकिन श्रावण मास बेहद महत्वपूर्ण होता हैं जो कि शिव पूजा अर्चना को समर्पित किया गया हैं इस माह पड़ने वाले सोमवार का भी अपना महत्व होता हैं माना जाता हैं कि सावन सोमवार का अगर व्रत किया जाए तो जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और हर इच्छा भी पूरी होती हैं।
ऐसे में अधिकतर लोग श्रावण मास के सोमवार के दिन उपवास रखते हुए शिव आराधना करते हैं अगर आप भी भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं तो सावन सोमवार का व्रत रख सकते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा सावन सोमवार व्रत पूजन के नियम के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
सावन सोमवार व्रत के नियम-
इस बार श्रावण मास का आरंभ 4 जुलाई से हो रहा हैं वही समापन 31 अगस्त को हो जाएगा। ऐसे में अगर आप इस माह पड़ने वाले सोमवार के दिन उपवास व पूजन कर रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें। वरना व्रत पूजा का फल प्राप्त नहीं होता हैं। सावन सोमवार व्रत कर रहें व्रती को शाम के समय शिव की पूजा और आरती जरूर करनी चाहिए। इसके बाद ही व्रत खोलना होता हैं। साथ ही पूरे सावन भर दूध का अनादर न करें। हो सके तो इसका सेवन भी न करें। इस माह दूध का सेवन करने की मनाही होती है।
श्रावण सोमवार में भगवान शिव की पूजा में गलती से भी हल्दी या सिंदूर का प्रयोग ना करें ये दोनों चीजें शिव पूजा में वर्जित मानी गई हैं। इस दिन सात्विक भोजन ही करना चाहिए। पूरे सावन भर लहसुन प्याज, मांस मदिरा का सेवन भूलकर भी ना करें इसे अशुभ माना जाता हैं इसके अलावा सावन सोमवार व्रत रखने वालों को क्रोध करने से बचना चाहिए किसी को अपशब्द भी नहीं कहना चाहिए। ऐसा करने से व्रत पूजन का फल नहीं मिलता हैं इसके अलावा सावन सोमवार के दिन व्रत रखने वालों को शरीर पर तेल भी नहीं लगाना चाहिए।