ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष ये है तारीख और मुहूर्त

Update: 2024-05-27 13:19 GMT
प्यार के खातिर मजहब की दीवार को तोड़ते हुए अमरोहा की शिफा ने सनातन धर्म को स्वीकार करते हुए संध्या बन गई। रविवार को आर्य समाज मंदिर में संध्या ने अपने प्रेमी अनमोल के साथ हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली। शिफा अमरोहा के बाजार रज्जाक मोहल्ले की रहने वाली है।
 दो साल पहले प्राइवेट जॉब करने के लिए वह मुरादाबाद आई तो उसकी मुलाकात एक दोस्त के जरिये पाकबड़ा के रहने वाले अनमोल से हुई। अनमोल एक दुकान पर काम करता है। कुछ दिनों में ही दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ गया।
दोनों ने एक साथ रहने के लिए शादी करने की योजना बनाई लेकिन शिफा के सामने अपना धर्म आडे़ आ रहा था। शिफा ने प्यार के खातिर मजहब की दीवार तोड़ते हुए सनानत धर्म अपना लिया। शिफा का नाम बदलकर संध्या रखा गया।
इस दौरान दोनों गोसेवा ट्रस्ट के सचिन सक्सेना के संपर्क में आ गए। ट्रस्ट ने रविवार को आर्य समाज मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार संध्या और अनमोल की शादी कराई। आचार्य प्रेमदेव शास्त्री ने विवाह की रस्म पूरा कराई।
गवाह की भूमिका निभाई अनन्या रानी और दीपक कुमार ने पूरी की। गोसेवा ट्रस्ट के सचिव और अन्य लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। संध्या ने पूछने पर बताया कि वह बचपन से ही शाकाहारी है। उसका सनातन धर्म पर पहले ही भरोसा था। सात फेरे लेना उसे अच्छा लग रहा।
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