Feng Shui Tips: विंड चाइम लगाने से पहले ध्यान रखें ये बातें, मिलेगा घर और ऑफिस में फायदा

फेंग शुई में विंड चाइम शुभ ऊर्जा और सौभाग्य का प्रतीक है। इससे निकालने वाली ध्वनि आपके घर या कार्यस्थल पर प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा प्रदान करती है।

Update: 2020-11-06 14:00 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| Feng Shui Tips: फेंग शुई में विंड चाइम शुभ ऊर्जा और सौभाग्य का प्रतीक है। इससे निकालने वाली ध्वनि आपके घर या कार्यस्थल पर प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा प्रदान करती है। फेंग शुई ही नहीं, बल्कि प्राचीनकालीन वैदिक संस्कृति में भी ध्वनि को विशेष महत्त्व दिया गया है। मंत्रोचारण और शंख इत्यादि से निकलने वाली शुभ ध्वनियां इसके कुछ उदाहरण हैं। ऐसी भी मान्यता है कि विंड चाइम का उद्भव मंदिर के बाहर लगी घंटियों का अनुकरण करते हुए ही हुआ है। इसे लगाने से घर में सुख-समृद्धि के द्वार खुलते है। हालांकि फेंग शुई में विंड चाइम लगाते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए। इन्हीं बातों के बारे में बता रहे हैं वास्तुकार संजय कुड़ी।

उद्देश्य के अनुसार विंड चाइम

1. फेंग शुई के अनुसार, एक सीध में तीन दरवाजे नहीं होने चाहिए। ऐसा होने पर ऊर्जा का प्रवाह संतुलित नहीं रहता है और इसका नकारात्मक असर विशेष तौर पर अंतिम कमरे में रहने वाले लोगों पर पड़ता है। ऐसे में बीच के स्थान पर एक 5 पाइप वाली विंड चाइम को लगाकर ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित किया जा सकता है।

2. इसके अलावा यदि आपका प्रवेश द्वार नकारात्मक स्थान पर है, तो वहां पर भी आप विंड चाइम लगाकर उस स्थान से प्रवेश करने वाली नकारामक ऊर्जा को कम कर सकते हैं।

3. सूर्य की ऊर्जा जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, लेकिन कुछ घरों में उनकी बनावट की वजह से या फिर उनके उत्तरमुखी होने की वजह से पर्याप्त वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं होती है, जिससे घर में सूर्य का पर्याप्त प्रकाश नहीं पहुंच पाता है। ऐसी स्थिति में 9 पाइप वाली विंड चाइम को इस प्रकार के किसी स्थान पर लगाया जा सकता है, जहां सूर्य की ऊर्जा व प्रकाश का अभाव हो।

4. बच्चों के बेहतर करियर और उनकी मेहनत का लाभदायक परिणाम प्राप्त करने के लिए आप 6 व 7 पाइप वाली विंड चाइम पश्चिम दिशा में लगा सकते हैं।

दिशा के अनुसार विंड चाइम लगाना

प्रत्येक दिशा का सम्बन्ध किसी विशेष तत्व से होता है और उसी अनुसार हमें विंड चाइम का चयन करना चाहिए। जैसे कि दक्षिण-पश्चिम दिशा का सम्बन्ध पृथ्वी तत्व से होता है, तो इस दिशा में आप मिट्टी के बनी विंड चाइम लगा सकते हैं। वहीं, पूर्वी दिशा का तत्व वुड यानी कि लकड़ी से होता है, इसलिए यहां पर आप लकड़ी से बनी विंड चाइम लगाएं। इसी तरह से उत्तर, उत्तर-पश्चिम या पश्चिम दिशा में आप धातु से बनी विंड चाइम लगा सकते हैं।

विंड चाइम का आकार-प्रकार

विंड चाइम खरीदते वक्त इसमें लगे पाइप की संख्या का जरूर ध्यान रखें। फेंग शुई के अनुसार 6, 7, 8, या 9 पाइप वाली विंड चाइम शुभ मानी जाती है। इस बात का ध्यान रखें कि विंड चाइम के पाइप बीच में से खाली हो व यह अधिक भारी न हो। साथ ही इस बात को सुनिश्चित करना भी आवश्यक है कि इससे निकालने वाली ध्वनि सुरीली और कर्णप्रिय हो। विंड चाइम बहुत अधिक बड़ी या बहुत छोटी न हो| मध्यम आकार की विंड चाइम बेहतर मानी जाती है।

ध्यान में रखने योग्य कुछ बातें

1- घर में या ऑफिस में टूटी हुई विंड चाइम न लगायेएं। अगर यह टूट गई है तो इसे तुरंत बदल लें।

2- इसे ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां पर थोड़ी हवा चलती हो ताकि इससे ध्वनि निकल सके, अन्यथा यह सिर्फ एक दिखावट की वस्तु बनकर रह जायेगी।

3- इसे बिलकुल खुले स्थान या ऐसी जगह पर भी न लगाए कि यह निरंतर आवाज करती रहे, जिससे आप या आपके पड़ोसी को किसी प्रकार की परेशानी हो या आपत्ती क्योंकि एक पुरानी कहावत भी है कि 'अति सर्वत्र वर्जयेत्' यानी कि किसी भी चीज की अति करने से बचना चाहिए।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '

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