हर जातक की होती हैं तीन राशियां, जान लें राशिफल पढ़ने का सही तरीका
राशिफल पढ़ते समय नाम से निकलने वाली राशि को सही मानें या जन्म तारीख वाली राशि को सही मानें. इसे लेकर स्थिति साफ होना बहुत जरूरी है. इसके लिए राशिफल पढ़ने का सही तरीका जानना जरूरी है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हम में से ज्यादातर लोग हर सुबह अपना राशिफल पढ़ते हैं. इनमें से अधिकांश लोगों की शिकायत रहती है कि उनका राशिफल गलत निकलता है. जबकि राशिफल ज्योतिषीय गणनाएं करके निकाला जाता है और यह काफी हद तक सटीक भी होता है. तब आप सोच रहे होंगे कि आखिर गड़बड़ कहां है. दरअसल, राशिफल की गणना अलग-अलग तरीकों से की जाती है लिहाजा हमें राशिफल भी उसी तरीके से पढ़ना चाहिए. आइए ज्योतिषाचार्य आचार्य आलोक अवस्थी से जानते हैं कि राशिफल पढ़ने का सही तरीका क्या है.
नाम वाली राशि सही या जन्म तारीख वाली?
कई लोग कंफ्यूज रहते हैं कि उनकी सही राशि कौनसी है, जो उनके नाम के पहले अक्षर के मुताबिक निकल रही है या जो उनकी कुंडली में दी गई है. या फिर जो उनकी जन्म तारीख से निकल रही है. ज्योतिष के मुताबिक ये तीनों ही राशियां सही होती हैं. लेकिन गणना के आधार पर एक ही जातक की एक से ज्यादा राशि निकलती हैं. ऐसे में उसे राशिफल देखते समय संबंधित राशिफल की गणना के मुताबिक अपनी राशि देखना चाहिए.
जन्म तारीख वाली राशि: जन्म तारीख के मुताबिक जो राशि निकलती है, उसे सूर्य राशि कहते हैं. अक्सर राशिफल में राशि के साथ तारीखें लिखी होती हैं और संबंधित तारीखों के बीच जन्मे व्यक्ति की वही राशि होती है. दरअसल, सूर्य हर महीने राशि परिवर्तित करते हैं और किस महीने में सूर्य किस राशि में हैं उसके आधार पर यह राशिफल निकाला जाता है. सूर्य राशिफल सामाजिक स्थिति एवं सामाजिक-राजनैतिक सम्बन्धों में उतार-चढ़ाव को सबसे अच्छे तरीके से बताता है.
कुंडली की राशि के मुताबिक राशिफल : कुंडली में जातक की जो राशि लिखी होती है, वह उसके लग्न की राशि होती है. लग्न राशिफल स्वास्थ्य, संकल्प शक्ति, दुर्घटना आदि के बारे में बताता है.
जन्म के नाम के मुताबिक राशिफल: जन्म के समय जातक का नाम क्या था, उसके मुताबिक भी राशिफल देखा जाता है. इसके लिए चंद्र राशि का फल देखना चाहिए. चूंकि चंद्रमा मन का कारक होता है इसलिए चंद्र राशिफल मन की स्थिति की गणना, निर्णय लेने की क्षमता आदि के बारे में अच्छे से बताता है.
वहीं चालू नाम से राशिफल देखने का कोई मतलब नहीं निकलता है. क्योंकि यह नाम माता-पिता या परिवार द्वारा रखा गया है और इसके मुताबिक ज्योतिषीय गणनाएं करने का कोई आधार नहीं होता है.