भगवान विष्णु के हर नाम का है विशेष महत्व, कैसे कहलाए नारायण, जानें सभी की महिमा
धर्म अध्यात्म: हिंदू धर्म में अधिक मास का विशेष महत्व है. ये मलमास भगवान विष्णु को पूरी तरह से समर्पित किया गया है. भगवान विष्णु के अनेक नाम हैं, जैसे अच्युत, जनार्दन, हरि, अनंत पुरुषोत्तम आदि. हर एक नाम की अलग महिमा है और विशेष महत्व है. आज भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं, इनके नाम की महिमा और कैसे पड़ा भगवान विष्णु का नाम नारायण.
पुरुषोत्तम नाम का अर्थ - भगवान विष्णु के पुरषोत्तम नाम का मतलब है ऐसा व्यक्ति जो "पुरुषों में सर्वश्रेष्ठ" हैं और यह भगवान विष्णु के कई विशेषणों में से एक माना जाता है.
अच्युत नाम का अर्थ - भगवान विष्णु के अच्युत नाम का अर्थ है जिसे कभी नष्ट न किया जा सके या जो सदैव अमर हो.
हरि नाम का अर्थ - धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु को जगत का पालनकर्ता कहा गया है. जो सभी के दुख भी हरते हैं. यही कारण है कि भगवान विष्णु को हरि भी कहा जाता है.
विष्णु नाम का अर्थ - कमल जैसे नयनों वाले, जो कौस्तुकमणि और चतुर्भुजी से सुशोभित हैं और सर्वत्र व्यापक हैं. यही कारण है कि भगवान नारायण को विष्णु कहा जाता है.
ऐसे कहलाए नारायण- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देव ऋषि नारद भगवान विष्णु को नारायण कहते थे. जल का पर्यायवाची नीर भी है. संस्कृत में विशेष परिस्थितियों में अमीर को नर भी कहा जाता है जिसका शाब्दिक अर्थ है जल जिसका प्रथम अधिष्ठान यानी रहने का स्थान है, क्योंकि वैकुंठ धाम में भगवान विष्णु क्षीरसागर में गहराई में निवास करते हैं यही कारण है कि उन्हें नारायण कहा जाता है.