Easter Day: ईस्टर डे पर क्यों गिफ्ट किए जाते हैं अंडे... जाने इसके पीछे का इतिहास
आज ईस्टर डे है. ईसाई समुदाय के लोगों के लिए आज का दिन बहुत खास होता है
आज ईस्टर डे है. ईसाई समुदाय के लोगों के लिए आज का दिन बहुत खास होता है. दरसल गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशू को कई तरह की यातनाएं देकर सूली पर चढ़ा दिया गया था. इसके दो दिन बाद रविवार के दिन प्रभु यीशु पुन जीवित हो गए थे. इस दिन को ईसाई समुदाय के लोग त्योहार की तरह मनाते हैं. इस दिन को ईस्टर संडे भी कहा जाता है. ईस्टर डे के दिन चर्च में बाइबल पढ़ी जाती हैं. प्रभु यीशू को याद किया जाता है.
क्यों मनाया जाता है ईस्टर डे
ईसाई धर्म के अनुसार, गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशू ने अपना देह त्याग दिया था. अपनी मृत्यु के दो दिन बाद पुनजीवित हो गए थे. माना जाता है कि पुनर्जन्म के बाद प्रभु यीशु 40 दिनों तक अपने अपने शिष्यों के साथ रहे थे. इसके बाद से ईस्टर का त्योहार 40 दिनों का मनाया जाता है. ये त्योहार असत्य पर सत्य और अहिंसा पर हिंसा की जीत के रूप में मनाया जाता है.
कैसे मनाया जाता है
ईस्टर डे का पहला हफ्ता ईस्टर वीक कहा जाता है. इस दिन लोग चर्च में बाइबल पढ़ते हैं. मोमबतियां जलाते हैं. इस खास पर्व पर चर्च को सजाया जाता है. माना जाता है कि प्रभु यीशु ने उन्हें यातानाएं देने वाले लोगों को भी माफ कर दिया था.
अंडे गिफ्ट करने की खास परंपरा
ईस्टर डे पर लोग एक- दूसरे को अंडे गिफ्ट करते हैं. मान्यता है कि अंडे अच्छे दिनों का संकते होता है. इस दिन माता पिता अपने बच्चों से रंगबिरंगे अंडे छिपाते हैं और उन्हें इन अंडों को ढूंढना होता है.
जानिए ईस्टर रविवार से जुड़ी खास बातें
1. ईसाइयों के बीच ईस्टर को खुशी का दिन माना जाता है. इसे खजूर इतवार भी कहा जाता है.
2. ईस्टर संडे लोगों में बदलाव का दिन है. माना जाता है कि ईसाह मसीह के जीवित होने के बाद उनको यातनाएं देने वाले लोगों को भी बहुत पश्चाताप हुआ था.
3. ईस्टर संडे के दिन असंख्य मोमबत्तियां जलाकर यीशु के भक्त उनके प्रति अपनी अटूट श्रद्धा और विश्वास को प्रकट करते हैं. तमाम लोग इस दिन चर्च के अलावा अपने घरों में भी मोमबत्तियां जलाते हैं.