Durga Bisa Yantra : चैत्र नवरात्र में करें बीसा यंत्र की स्थापना, धन-वैभव के साथ मिलेगा माँ दुर्गा का आशीर्वाद

चैत्र मास की प्रतिपदा के साथ नवरात्रि का पर्व शुरू हो चुका है।

Update: 2021-04-18 10:47 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: चैत्र मास की प्रतिपदा के साथ नवरात्रि का पर्व शुरू हो चुका है। नवरात्र में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-अराधना की जाती है। मां दुर्गा की पूजा में यंत्र विधा का भी प्रयोग किया जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि मंत्र देवी-देवताओं की आत्मा है और यंत्र उनका शरीर। नवरात्र में अगर आप मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको दुर्गा बीसा यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। इस यंत्र के स्थापना से धन-वैभव के साथ-साथ मां का रक्षा कवच भी मिलता है, जिससे आने वाली समस्याएं खत्म हो जाती हैं और बुरी शक्तियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। आइए जानते हैं किस तरह करें दुर्गा बीसा यंत्र की स्थापना।

दुर्गा बीसा यंत्र का महत्व
दुर्गा बीसा यंत्र काफी प्रभावशाली और चमत्कारिक है। इस यंत्र की सिद्धि करने के बाद इंसान को तमान तरह सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है और धन-वैभव के साथ-साथ सुख-समृद्धि भी घर आती है। इसके साथ ही इस यंत्र के चमत्कार से सभी तरह के कष्ट व रोगों से मुक्ति मिलती है। यह यंत्र आकस्मिक दुर्घटनाओं से रक्षा करता है और धन संबंधित समस्या का अंत होता है। अगर कोई छात्र पढ़ने में अच्छा नहीं है तो स्टडी टेबल पर इस रख दें, ऐसा करने से पढ़ाई में मन लगेगा और परिक्षा में भी सफलता मिलेगी।
दुर्गा सप्तशती के अध्याय 4 श्लोक 17 में बताया है कि दुर्गा बीसा यंत्र को सिद्ध करके हर रोज पूजा करने से उस व्यक्ति की रक्षा स्वयं मां दुर्गा करती हैं। इसलिए इस यंत्र को शक्ति पुंज भी कहा गया है क्योंकि इसमें तमाम शक्तियों और चमत्कारों का मंडार है। इस यंत्र में मां दुर्गा का रक्षा मंत्र ओम दुम दुम दुम दुर्गाये नम: लिखा हुआ है।
इस तरह बनाएं यह यंत्र
नवरात्र में आप जहां मां दुर्गा की पूजा करते हैं, वहां पर अनार की डाली से बने कलम और अष्ट गंध की स्याही से भोजपत्र पर चित्र बना सकते हैं। इशके बाद चित्र को मां दुर्गा के पास लगा दें। अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं तो बाजार से इस यंत्र को आज ही खरीद लाएं और इसकी शुद्धि करके स्थापित कर दें और फिर सिद्ध कर दें।
शुभ योग में करें स्थापित
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि दुर्गा बीसा यंत्र को नवरात्र के अलावा हमेशा शुभ योग में सिद्ध करना चाहिए। जैसे रवि पुष्य, गुरु पुष्य, धनतेरस, दीपावली, सर्वार्थ सिद्धि योग आदि शुभ योद में इस यंत्र को स्थापित कर सकते हैं। इस यंत्र की हर रोज पूजा करने के बाद ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नमः का मंत्र जप जरूर करें।
ऐसा होता है यंत्र
दुर्गा बीसा यंत्र त्रिकोण की तरह होता है और इसमें एक केंद्र और उसके आसपास 9 त्रिकोण के खाने बने हुए होते हैं। इनकी बनावट इस तरह होती है कि यह एक त्रिकोण की तरह नजर आता है। इसमें अलग-अलग खानें में एक से 9 तक के अंक लिखे होते हैं और त्रिकोण के केंद्र में 'दुं' लिखा हुआ होता है। त्रिकोण के तीन ओर 'ओम दुम दुम दुम दुर्गाये नम:' मंत्र लिखा हुआ होता है।


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