हर माह करे चीजों का दान, दु:ख होंगे दूर
सनातन परंपरा में मान्यता है कि दान देने से धन घटता नहीं बल्कि बढ़ता है. यदि उचित समय में उचित व्यक्ति को उचित चीज का दान किया जाए तो निश्चित रूप से उससे पुण्य और शुभ फलों की प्राप्ति होती है. 12 महीनों में किये जाने वाले दान के बारे में जानने के लिए पढ़ें ये लेख —
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सनातन परंपरा में दान का बहुत महत्व बताया गया है. दान को तपस्या से बढ़कर बताया गया है क्योंकि तपस्या हमेशा खुद लिए की जाती है, जबकि दान हमेशा दूसरों की मदद के लिए दिया जाता है. देने के लिए दान, लेने के लिए ज्ञान और त्यागने के लिए अभिमान हमेशा अच्छा होता है. कहते हैं कि दान कभी भी कुपात्र को नहीं देना चाहिए. ऐसा दिया गया दान अक्सर व्यर्थ चला जाता है, जबकि अच्छी भावना से सुपात्र को दिया गया दान हीं हमेशा फलता है. दान के लिए हमारे यहां बहुत सी चीजें बताई गई हैं. जैसे धन का दान, विद्या दान, अन्न का दान, गोदान, कन्या दान आदि. लेकिन सभी चीजों का दान सही समय पर सही व्यक्ति करने पर ही फलता है. आइए जानते हैं कि किस महीने में कौन सी चीज का दान करना चाहिए –
चैत्र माह का दान – चैत्र के माह में किसी सुपात्र व्यक्ति को अन्न जैसे गेहूं, अरहर, दही–चावल, मिट्टी के बर्तन, अन्न, जल, बेल का फल, कपड़े, पलंग आदि का दान करना चाहिए.
वैशाख माह का दान – चूंकि इस महीने में गर्मी होती है इसलिए किसी प्यासे या जिसे पानी की जरूरत हो उसे जल का दान और छाता, पंखा, चप्पल आदि का दान करना चाहिए.
ज्येष्ठ माह का दान – इस माह में बहुत गर्मी होती है. ऐसे में किसी जरूरतमंत व्यक्ति को जल, जूते–चप्पल, छाता एवं अन्नदान आदि करना चाहिए.
आषाढ़ माह का दान – आषाढ़ मास में आंवला, चंदन, कपूर, धार्मिक एवं पढ़ाई–लिखाई की सामग्री का दान करना चाहिए.
श्रावण माह का दान – शिव को समर्पित सावन के महीने में हरी सब्जियां, घी, दूध, अन्न, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए.
भाद्रपद माह का दान – भाद्रपद मास में जरूरतमंद लोगों को अन्न, फल, शहद एवं खीर बनाकर दान करना चाहिए.
अश्विन माह का दान – इस मास में तिल एवं घी के दान का विशेष महत्व है. साथ ही सुहागिन महिलाओं, कुंवारी कन्याओं को श्रद्धा भाव के साथ अपनी क्षमता के अनुसार भोजन, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए.
कार्तिक माह का दान – इस महीने से गाय आदि जानवरों के लिए हरा चारा, दीप, नमक, धान्य, बीज, आदि का दान करना चाहिए.
अगहन माह का दान – अगहन के महीने में गुड़, नमक एवं वस्त्र आदि का दान करना चाहिए.
पौष माह का दान – चूंकि इस महीने में बहुत सर्दी पड़ती है, इसलिए इस महीने में जरूरतमंद लोगों को ऊनी वस्त्र, कंबल, गुड़, अन्न आदि का दान करें.
माघ माह का दान – माघ मास में तिल, गुड़, ऊनी वस्त्र, कंबल आदि का दान देने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है.
फाल्गुन माह का दान – फाल्गुन मास में शुद्ध घी, तिल, सरसों का तेल, फल एवं गरम कपड़े का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.