Jaya Ekadashi की पूजा में करें ये काम, पूरी होगी मनोकामना

Update: 2025-02-04 05:17 GMT
Jaya Ekadashi  ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन एकादशी व्रत को खास बताया गया है जो कि हर माह में दो बार आती है ऐसे साल में कुल 24 एकादशी व्रत किया जाता है। जो कि भगवान विष्णु को समर्पित होती है इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है और उपवास भी रखा जाता है।
 पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है इसे कई अन्य नामों से भी जानते हैं जिसमें अजा और भीष्म एकादशी है। इस एकादशी के दिन पूजा पाठ और व्रत करने से दुखों का
निवारण होता है।
 इस बार जया एकादशी का व्रत 8 फरवरी को किया जाएगा, इस दिन पूजा पाठ के दौरान विष्णु आरती जरूर पढ़ें मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु प्रसन्न हो जाते हैं और अपनी कृपा करते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान विष्णु की आरती।
 भगवान विष्णु की आरती—
ऊं जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥
जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय...॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय...॥
तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी॥
पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय...॥
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय...॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय...॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय...॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय...॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय...॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय...॥
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