अंगारकी गणेश चतुर्थी पर करें ये खास उपाय... जानिए क्या ?
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। आज मंगलवार होने के कारण इसे अंगारकी गणेश चतुर्थी कहा जाएगा।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। आज मंगलवार होने के कारण इसे अंगारकी गणेश चतुर्थी कहा जाएगा। आज के दिन भगवान गणेश की विधि-विधान के साथ पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि आज के दिन जो व्यक्ति व्रत रखकर विधि-विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा करता है उसे हर तरह के कष्ट से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही हर मनोकामना पूर्ण होती है। इस बार गणेश चतुर्थी का व्रत काफी खास है क्योंकि आज नवरात्रि का चौथा दिन है। ऐसे में आज के दिन उपाय करने से आपको कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होगी। जानिए अंगारकी गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपायों के बारे में।
अंगारकी गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
चतुर्थी तिथि आरंभ : 4 अप्रैल दोपहर 1 बजकर 56 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त: 5 अप्रैल दोपहर 03 बजकर 45 मिनट पर
अंगारकी गणेश चतुर्थी की पूजा विधि
आज के दिन स्नान आदि करने के बाद गणेश जी की प्रतिमा या मूर्ति की पूजा करें। जल से शुद्धिकरण करने के बाद सिंदूर, गुलाल, चंदन, पुष्प, माला, अक्षत आदि चढ़ाने के बाद 21 दूर्वा चढ़ाएं। इसके बाद भगवान गणेश को भोग लगाएं और घी का दीपक के साथ कपूर जलाएं। इसके बाद विधिवत तरीके से मंत्र पढ़ने के बाद आरती करें। इसके बाद शाम को चंद्रमा के दर्शन करने के बाद भोजन कर लें।
अंगारकी गणेश चतुर्थी पर करें ये खास उपाय
मंगल दोष दूर करने के लिए आज के दिन गणपति जी को 21 हल्दी लगी दूर्वा अर्पित करें। इससे लाभ मिलेगा।
आज के दिन गणपति जी के मंत्र 'ॐ भौमाय नम:' और 'ॐ अं अंगारकाय नम:'मंत्र का जाप करें। इससे आपके सभी काम बनने लगेगे। इसके अलावा कुंडली के मंगल दोष को खत्म करेगा।
आज गणपति जी की विधिवत तरीके से पूजा करने के बाद गणेश स्तोत्र का पाठ करें। इससे आपको लाभ मिलेगा।
आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए आज के दिन लाल रंग के कपड़े में श्रीयंत्र रखें और उसके बीच एक सुपारी रख दें। इसके बाद इस सुपारी की पूजा करें और फिर इसे थोड़े से लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी या फिर अलमारी में रख दें। इससे आपको लाभ मिलेगा।