हर कोई अपने जीवन में सुख शांति और समृद्धि चाहता है इसके लिए लोग खूब प्रयास करते है लेकिन फिर भी अगर परेशानियां आपका पीछा नहीं छोड़ रही है तो ऐसे में कुछ उपायों को आजमाना लाभकारी होता है अगर आप सभी तरह की विपत्तियों से छुटकारा पाना चाहते है।
तो शुक्रवार की शाम को महालक्ष्मी के मंदिर जाकर माता की प्रतिमा के आगे देसी घी का दीपक जलाएं और देवी मां की विधिवत पूजा करने के बाद श्री शाकम्भरी माता का ध्यान करते हुए श्री शाकम्भरीपञ्चकम् का संपूर्ण पाठ लगातार 11 बार करें अंत में देवी मां से अपनी प्रार्थना कहें, मान्यता है कि इस उपाय को करने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती है जिससे साधक की सभी विपत्तियों व परेशानियों का नाश हो जाता है, सुखों में वृद्धि होती है।
श्री शाकम्भरीपञ्चकम्
श्रीवल्लभसोदरी श्रितजनश्चिद्दायिनी श्रीमती
श्रीकण्ठार्धशरीरगा श्रुतिलसन्माणिक्यताटङ्कका ।
श्रीचक्रान्तरवासिनी श्रुतिशिरः सिद्धान्तमार्गप्रिया
श्रीवाणी गिरिजात्मिका भगवती शाकम्भरी पातु माम् ॥१॥
शान्ता शारदचन्द्रसुन्दरमुखी शाल्यन्नभोज्यप्रिया
शाकैः पालितविष्टपा शतदृशा शाकोल्लसद्विग्रहा ।
श्यामाङ्गी शरणागतार्तिशमनी शक्रादिभिः शंसिता
शङ्कर्यष्टफलप्रदा भगवती शाकम्भरी पातु माम् ॥२॥
कञ्जाक्षी कलशी भवादिविनुता कात्यायनी कामदा
कल्याणी कमलालया करकृतां भोजासिखेटाभया ।
कादंवासवमोदिनी कुचलसत्काश्मीरजालेपना
कस्तूरीतिलकाञ्चिता भगवती शाकम्भरी पातु माम् ॥३॥
do these best upay on Friday puja
भक्तानन्दविधायिनी भवभयप्रध्वंसिनी भैरवी
भर्मालङ्कृतिभासुरा भुवनभीकृद् दुर्गदर्पापहा ।
भूभृन्नायकनन्दिनी भुवनसूर्भास्यत्परः कोटिभा
भौमानन्द विहारिणी भगवती शाकम्भरी पातु माम् ॥४॥
रीताम्नायशिखासु रक्तदशना राजीवपत्रेक्षणा
राकाराजकरावदातहसिता राकेन्दुबिम्बस्थिता ।
रुद्राणी रजनीकरार्भकलसन्मौली रजोरुपिणी
रक्षः शिक्षणदीक्षिता भगवती शाकम्भरी पातु माम् ॥५॥
श्लोकानामिह पञ्चकं पठति यः स्तोत्रात्मकं शर्मदं
सर्वापत्तिविनाशकं प्रतिदिनं भक्त्या त्रिसन्ध्यं नरः ।
आयुःपूर्णमपारमर्थममलां कीर्ति प्रजामक्षयां
शाकम्भर्यनुकम्पया स लभते विद्यां च विश्वार्थकाम् ॥६॥
॥ इति श्रीमच्छङ्कराचार्यविरचितं शाकम्भरीपञ्चकं सम्पूर्णम् ॥