प्रेम विवाह में सफलता के लिए करें ये उपाय...मिलेगी सभी समस्याओं से मुक्ति

शादियों का सीजन चल रहा है और अगर आप अपनी लव लाइफ को शादी के अंजाम तक पहुंचाना चाह रहे हैं

Update: 2020-12-10 04:34 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्कशादियों का सीजन चल रहा है और अगर आप अपनी लव लाइफ को शादी के अंजाम तक पहुंचाना चाह रहे हैं तो ये ज्योतिष उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। प्रेम विवाह में कभी लड़की के माता-पिता को कभी लड़के के परिवार वाले शादी के तैयार नहीं होते और फिर समाज बीच में आकर अड़चन डालता है। कभी जात-पात को लेकर तो कभी अमीरी-गरीबी और मर्यादा के नाम पर विवाह की स्वीकृति नहीं मिल पाती। हालांकि आजकल समय काफी बदल गया है लेकिन प्रेम विवाह को लेकर किसी न किसी तरह की रुकावट आती रहती है। हम आपको आज कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिनको आज से अजमाने पर आपको एक-एक करके सभी समस्याओं से मुक्ति मिल जाएगी….

प्रेम विवाह की सफलता के लिए हीरा या ओपल रत्न धारण करें और 16 सोमवार को व्रत रखें। यह रत्न आपको प्रेम को विवाह तक पहुंचाने में मदद करते हैं और सोमवार के व्रत से भगवान शंकर की कृपा प्राप्त होती है, जिससे विवाह में कोई परेशानी नहीं आती। साथ ही हर रोज 'हे गौरी शंकर अर्धागिंनी यथा त्वं शंकर प्रिया तथा माम कुरू कल्याणी कान्त कान्ता सुदुर्लभम्' मंत्र की एक माला का जप करें।

कुंडली में पंचमेश और सप्तमेश विवाह का स्थान होता है। पंचम भाव के स्वामी चंद्र देव हैं और सप्तम भाव के स्वामी सप्तम हैं। जब यह योग बनते हैं तब प्रेम विवाह होता है। इसके लिए आप पंचमेश के स्वामी चंद्र को प्रसन्न करने के लिए मोती धारण करें। ऐसा करने से कुंडली में प्रेम विवाह का योग बनेगा और आपकी इच्छा पूरी होगी।

मंगल दोष के कारण भी प्रेम विवाह में अड़चन आती है। अगर दोनों से कोई मांगलिक है तो मंगल दोष का तत्कार निवारण करें अन्यथा बाद समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मंगल दोष को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुंभ विवाह और वट विवाह मुख्य माने जाते हैं।

कन्या अपने हाथों में हरी चूड़ियां पहनें और गुरुवार के दिन पीले वस्त्र पहनकर लक्ष्मी नारायण की पूजा करें और अपनी इच्छाओं के बारे में भगवान को अवगत कराएं। साथ ही स्फटिक की माला से 'ओम लक्ष्मी नारायण नम:' मंत्र का जप करें, फिर प्रशाद चढ़ाएं। ऐसा करने से 6 महीने को अंतराल में प्रेम विवाह के योग बनना शुरू हो जाते हैं

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी भी माह की शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें और उनको दूब घास, पीले लड्डू, सिंदूर और रोली आदि अर्पित करें। इस दिन आप नमक का सेवन न करें। भगवान गणेश की कृपा से विवाह के योग बनते हैं और माता-पिता आपकी शादी के लिए तैयार हो जाते हैं।

प्रेम विवाह में सभी अड़चनों को दूर करने के लिए रविवार के दिन पीले कपड़े में 7 सुपारी, 7 हल्दी की गांठ, 7 गुड़ की डली, 70 ग्राम चने, 7 पीले सिक्के और एक यंत्र लें। इसके बाद माता पार्वती की साधना करें। इन वस्तुओं को 40 दिन तक अपने घर में रखें, फिर किसी सुहागन महिला को इनको दे दें। ऐसा करने से प्रेम विवाह की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।

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