शीतला अष्टमी के दिन जरूर करें ये आसान उपाय...आपके घर में आएगी खुशहाली
शीतला अष्टमी हिन्दुओं का एक त्योहार है जिसमें शीतला माता के व्रत और पूजन किये जाते हैं.
शीतला अष्टमी हिन्दुओं का एक त्योहार है जिसमें शीतला माता के व्रत और पूजन किये जाते हैं. ये होली सम्पन्न होने के अगले सप्ताह में बाद करते हैं. प्रायः शीतला देवी की पूजा चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि से प्रारंभ होती है, लेकिन कुछ स्थानों पर इनकी पूजा होली के बाद पड़ने वाले पहले सोमवार अथवा गुरुवार के दिन ही की जाती है. भगवती शीतला की पूजा का विधान भी विशिष्ट होता है. शीतला अष्टमी (Sheetla Ashtami 2021 Upay) के एक दिन पूर्व उन्हें भोग लगाने के लिए बासी खाने का भोग यानि बसौड़ा तैयार कर लिया जाता है. अष्टमी के दिन बासी पदार्थ ही देवी को नैवेद्य के रूप में समर्पित किया जाता है और भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है.
इस साल शीतला अष्टमी 4 अप्रैल को मनाई जाएगी. माना जाता है कि शीतला अष्टमी के दिन कुछ खास उपाय करने से व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में-
नकारात्मता से छुटकारा पाने के लिए- नेगेटिव चीजों के छुटकारा पाने के लिए शीतला अष्टमी के दिन शीतला माता की पूजा करने के बाद नीम के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. नीम के पेड़ में जल देने के बाद सात बार परिक्रमा करें.
बीमारियों से बचने के लिए- बीमारियों से परिवार की रक्षा करने के लिए शीतला अष्टमी के दिन माता को हल्दी अर्पित करें. पूजा के बाद इस हल्दी को परिवार के सभी सदस्यों को लगाएं.
परिवार में खुशहाली के लिए – शीतला अष्टमी के दिन शीतला माता को जल अर्पित करें. इसके बाद इस जल को घर की सभी दिशाओं में छिड़कें सिवाए मुख्य द्वार के अलावा. इससे घर में सकारात्मकता आती है.
संपन्नता लाने के लिए- शीतला माता की पूजा के बाद गाय माता का पूजन करें. हिंदू धर्म में मान्यता है कि गाय में तैंतीस कोटि देवताओं का वास होता है. गाय की सेवा करने से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और परिवार में सुख समृद्धि और संपन्नता आती है.