विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी व्रत पर करें ये खास उपाय
आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाता है। आज के दिन भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है।
आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाता है। आज के दिन भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। माना जाता है कि आज के दिन गणपति की पूजा करने से हर तरह के विघ्नों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आज के दिन गणेश जी की पूजा करने के साख कुछ उपाय करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। जानिए कुछ उपायों के बारे में।
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी 2022 का शुभ मुहूर्त ( Vighnaraja Sankashti Chaturthi Muhurat)
आश्विन कृष्ण चतुर्थी तिथि आरंभ- सुबह 10 बजकर 37 मिनट से शुरू
आश्विन कृष्ण चतुर्थी तिथि का समापन- 14 सितंबर, बुधवार सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर
वृद्धि योगः सुबह 07 बजकर 37 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: आज सुबह 06 बजकर 36 मिनट से 14 सितंबर सुबह 06 बजकर 05 मिनट तक
अमृत सिद्धि योग आज सुबह 06 बजकर 36 मिनट से अगले दिन 14 सितंबर सुबह 06 बजकर 05 मिनट तक :
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी 2022 पर करें ये उपाय ( Vighnaraja Sankashti Chaturthi Upay)
हर विघ्न से निजात पाने के लिए
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को सिंदूर अर्पित करें। इसके साथ ही गणपति के चरणों 22 जोड़े दूर्वा अर्पित करें। ऐसा करने से सुख- सौभाग्य की प्राप्ति होगी और हर कष्ट से छुटकारा मिलेगा।
कष्टों से छुटकारा पाने के लिए
जीवन में आने वाली हर समस्या से छुटकारा पाने के लिए भगवान गणेश के चरणों में दूर्वा अर्पित करें और साथ में इस मंत्र को बोले- 'इदं दुर्वादलं ॐ गं गणपतये नमः"
करें गणेश यंत्र का स्थापना
गणेश चतुर्थी के खास मौके पर घर में गणेश यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। इस यंत्र को विधिवत स्थापित करने से पॉजिटिव एनर्जी बढ़ जाती है। इसके साथ ही घर में बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती है।
करें इस मंत्र का जाप
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी के दिन 108 बार 'वक्रतुण्डाय हुं' मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे गणपति जी की कृपा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
धन लाभ के लिए
पैसों की तंगी की काफी परेशान हैं, तो आज भगवान गणेश की विधि विधान के साथ पूजा करें। इसके साथ रही भोग में गुड़ और घी खिलाएं। इसके बाद इस भोग को गाय को खिला दें।
जल्द विवाह के लिए
अगर किसी कारण विवाह में देरी हो रही है या फिर कन्या या वर नहीं मिल पा रहा है, तो आज के दिन गणेश जी को गुड़ की 21 गोलियां और दूर्वा अर्पित करें। ऐसा करने से विवाह में आने वाली हर बाधा हट जाएगी।